
होली पर घर से निकले तो रंगों से परहेज न करें
14 मार्च 2025 शुक्रवार को हिंदुओं का होली का त्यौहार एवं मुसलमान का रमज़ान महीने का जुमा ईद एक ही दिन पड़ रहे हैं। 14 मार्च को जहां मुसलमान रोजे के पूर्ण होने के साथ जुम्मे की नमाज अदा करेंगे, वहीं हिंदू समाज के लोग रंगों से भरा दुल्हन्डी के त्यौहार का उत्सव मनाएंगे।
इस मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुस्लिम भाई घर से निकले तो रंगों से परहेज न करें। लखनऊ के शाही इमाम मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने आपसी सौहार्द और भाईचारे को बनाए रखने की अपील की है।
इस्लामिक सेंटर आफ इंडिया की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि जिन मस्जिदों में जुम्मे की नमाज का समय 12:30 बजे या 1:00 है वहां नमाज का समय 2 घंटे आगे बढ़ाया जाएगा जिससे नमाजियों को कोई परेशानी ना हो और हिंदुओं के त्यौहार में कोई बाधा उत्पन्न न हो। वहीं शाही इमाम ने अपील की है कि जुम्मे के दिन सभी लोग पास की मस्जिदों में ही नमाज पढ़े और दूर दराज की मस्जिदों में जाने से बचें।
इस दिन छुट्टी होने के कारण बाजारों में ज्यादा भीड़ हो सकती है। इसलिए लोग अपने घरों में रहकर ही पूजा करें। साथ ही हिंदू भाइयों से भी अपील है कि वह मुसलमान भाइयों के साथ भाईचारे की भावना अपनाते हुए ऐसा कोई कार्य न करें जिसे मुसलमान भाइयों की भावना को कष्ट पहुंचता हो।
मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि रमजान का महीना इबादत और भाईचारे का पैगाम देता है। ऐसे में सभी रोजेदारों की जिम्मेदारी है कि किसी को भी उनकी वजह से कोई तकलीफ ना पहुंचे। उन्होंने दोनों समुदायों से एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करने और आपस में सदभाव और प्रेम बनाए रखने की अपील की है। ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि होली का त्योहार और जुम्मे की नमाज एक दिन पड़ रही है। ऐसे में सभी से अपील है कि आपस में भाईचारे के साथ त्यौहार को हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएं।आपसी भाईचारे को टूटने ना दे।
ऑल इंडिया मीडिया एसोसिएशन की तरफ से भी हिंदू व मुसलमान समुदाय के भाइयों व बहनों से अपील है कि दोनों त्यौहार एक ही दिन पड़ रहे हैं। अतः त्यौहार को बहुत ही खुशी भाईचारे और आपसी प्रेम के साथ मनाएं। एक दूसरे संप्रदाय के लोगों की भावनाओं को किसी भी दशा में ठेस नहीं पहुंचनी चाहिए। बाजार व गलियों में भीड़ रहेगी, लेकिन हिंदुओं से गुजारिश की जाती है कि किसी भी दशा में मुसलमान भाइयों के ऊपर रंग न पड़ने पाएं। तथा मुसलमान भाइयों से भी अपील है कि वह हिंदू भाइयों की भावनाओं की कदर करें। उनकी भी भावनाओं पर कोई कुठाराघात न हो। अन्ततः दोनों ही संप्रदाय के लोग त्योहार को खुशी और प्रेम से मनायें।