logo

ग्राम बड़सू में जरूरतमंदों के लिए निःशुल्क नेत्र जांच और दवा वितरण,नेत्र जांच शिविर में 200 मरीजों को मिली फ्री दवाएं, 50 की होगी सर्जरी

मुज़फ्फरनगर, 9 मार्च 2025। ग्राम बड़सू, जिला मुज़फ्फरनगर में दर्पण वेलफेयर ट्रस्ट और दृष्टि आई फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आज निःशुल्क नेत्र जांच शिविर का सफल आयोजन किया गया। इस शिविर में कुल 250 लोगों ने अपनी आँखों की जांच करवाई, जिसमें 200 मरीजों को निःशुल्क आंखों की दवाई प्रदान की गई। जांच के दौरान 50 मरीजों में आंखों से संबंधित गंभीर समस्याएं पाई गईं, जिनमें मोतियाबिंद जैसी जटिल बीमारियां भी शामिल थीं। दर्पण वेलफेयर ट्रस्ट ने इन 50 मरीजों की निःशुल्क मोतियाबिंद सर्जरी कराने का निर्णय लिया है। यह सर्जरी आगामी 19 मार्च 2025 को देहरादून के एक प्रमुख अस्पताल में कराई जाएगी, ताकि जरूरतमंद मरीजों को बिना किसी आर्थिक बोझ के उचित और उच्च गुणवत्ता वाला उपचार मिल सके। इस पहल का उद्देश्य समाज के कमजोर एवं आर्थिक रूप से असमर्थ लोगों को नेत्र स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है, जिससे वे अपने जीवन को पहले से अधिक सुगम और रोशन बना सकें। शिविर के सफल आयोजन में कई महत्वपूर्ण व्यक्तित्वों ने अहम भूमिका निभाई। वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ डॉ. अमित सैनी ने मरीजों की जांच की और नेत्र समस्याओं के समाधान के लिए उचित परामर्श दिया। दर्पण सैनी, जो दर्पण वेलफेयर ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं, ने शिविर के संचालन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसके अलावा, ट्रस्ट के उपाध्यक्ष नरसिंह सैनी ने भी शिविर के समन्वय में अहम योगदान दिया। इनकी निःस्वार्थ सेवा और समाज के प्रति समर्पण की सराहना की जा रही है। शिविर में स्थानीय ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में भाग लिया और इस पहल की भूरि-भूरि प्रशंसा की। ग्रामीणों का कहना है कि इस प्रकार के स्वास्थ्य शिविर से समाज के कमजोर वर्गों को अत्यधिक लाभ मिलता है, जिन्हें आमतौर पर नेत्र चिकित्सा सेवाएं प्राप्त करने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। दर्पण वेलफेयर ट्रस्ट और दृष्टि आई फाउंडेशन द्वारा की गई इस पहल को क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जो न केवल मरीजों के जीवन को रोशनी प्रदान करेगा, बल्कि समाज में सेवा और सहयोग की भावना को भी प्रोत्साहित करेगा। इस शिविर की सफलता से प्रेरित होकर, ट्रस्ट ने भविष्य में भी ऐसे और अधिक शिविरों के आयोजन की योजना बनाई है, ताकि अधिक से अधिक जरूरतमंद लोगों तक चिकित्सा सेवाएं पहुंचाई जा सकें।

2
381 views