किसान की बेटियों ने रचा इतिहास – नर्सिंग ऑफिसर परीक्षा में हासिल की शानदार सफलता
हरदोई, कछौना – "बेटियां किसी से कम नहीं!" इस बात को सच कर दिखाया है अरसेनी गांव के किसान रामचंद्र कुशवाहा जी की दो होनहार बेटियों निरुपमा कंचन और सपना कुशवाहा ने। दोनों बहनों ने कठिन परिश्रम और लगन से नर्सिंग ऑफिसर परीक्षा में शानदार सफलता प्राप्त कर अपने परिवार और पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है।394वीं रैंक प्राप्त करने वाली निरुपमा कंचन और 1099वीं रैंक हासिल करने वाली सपना कुशवाहा ने साबित कर दिया कि संसाधनों की कमी कभी भी सच्ची मेहनत के आगे बाधा नहीं बन सकती। दोनों बहनों की सफलता उनके किसान पिता की संघर्ष यात्रा को एक नई पहचान देती है, जिन्होंने सीमित साधनों में भी अपनी बेटियों की शिक्षा को सर्वोपरि रखा।संघर्ष से सफलता तकरामचंद्र कुशवाहा जी एक साधारण किसान हैं, जो अपने खेतों में मेहनत कर अपने परिवार का पालन-पोषण करते हैं। बेटियों की सफलता पर गर्व जाहिर करते हुए वे कहते हैं, "हमारी बेटियां हमारी ताकत हैं। हमने केवल उनका साथ दिया, बाकी उन्होंने अपनी मेहनत से खुद अपनी राह बनाई।"गांव और समाज में खुशी की लहरनिरुपमा और सपना की इस उपलब्धि से पूरे गांव में खुशी का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि ये दोनों बहनें आज की पीढ़ी के लिए मिसाल हैं। इनकी सफलता से प्रेरित होकर गांव की अन्य बेटियां भी उच्च शिक्षा की ओर अग्रसर होंगी।संदेश और प्रेरणानिरुपमा और सपना ने यह सिद्ध कर दिया कि बेटियां हर क्षेत्र में आगे बढ़ सकती हैं, बशर्ते उन्हें उचित मार्गदर्शन और समर्थन मिले। उनकी सफलता पर पूरे क्षेत्र में हर्ष का माहौल है और यह खबर न केवल उनके गांव, बल्कि पूरे जिले के लिए गर्व का विषय बन गई है। *रिपोर्ट :- शाक्य आशीष सिंह मौर्य न्यूज़ रिपोर्टर मानवाधिकार मीडिया*