logo

बालाघाट जिले के खैरलांजी तहसील के ग्राम मिर्गपुर की डीपी राय माइंस खदान मे हुई आयुष पिता किशोर लिल्हारे मौत मामले मे साथी मजदूर ने खोले राज बताया कैसे हुई मौत।

07/03/2025
बालाघाट खैरलांजी तिरोडी थाने के अंतर्गत आने वाले गुड्रघाट निवासी आयुष पिता किशोर लिल्हारे की मौत साथी मजदूर ने खोले सही राज प्राप्त जानकारी अनुसार दिनांक 11.02.2025 को खैरलांजी क्षेत्र के मीरगपुर ग्राम की डीपी राय माइंस के अंदर गुडरु घाट निवासी आयुष पिता किशोर लिल्हारे उम्र 22 वर्ष की अंडरग्राउंड माइन्स में काम करते वक्त मौत हो गई थी जिसे आयुष के पिता किशोर लिल्हारे माइंस प्रबंधक ने तिरोडी थाने की पुलिस को भी गुमराह कर गलत रिपोट दर्ज कराई द पैसों का लेनदेन करके दूसरा रूप दे दिया गया था और पेड़ पर से गिरकर मौत होना बताया गया था अब दिनांक 06.03.2025 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय बालाघाट पहुंचकर शपथ पत्र तथा लिखित बयान देकर आयुष के साथी मजदूर डीपी राय माइंस में काम करने वाले कमलेश उपवंशी सावरगांव निवासी ने मौत के असली राज खोल दिये हैं और बताया है कि दिनांक 11.02.2025 के रात्रि में लगभग 3:00 बजे 180 डिग्री लेवल पर माइंस के अंदर कमलेश उपवंशी तथा आयुष लिल्हारे और अन्य मजदूरों के साथ कार्य कर रहे थे तब अचानक एक चट्टान उसके ऊपर गिरी थी और वह मलमे में दब गए थे फिर जैसे तैसे सभी मजबूर को बुलाकर उन्होंने उसे वहां से बाहर निकाला और एक निजी गाड़ी में उठाकर फोरमैन ठाकरे सुपरवाइजर मयंक मात्रे तथा कमलेश उपवंशी ने उसे तुमसर महाराष्ट्र के एक निजी अस्पताल में ले गए थे जहां से अस्पताल ने उन्हें भंडारा रेफर कर दिया था और भंडारा में जब एक अस्पताल में गए तो भंडारा के निजी अस्पताल के डॉक्टर ने चेक कर के कहा कि यह तो मर चुका है उसके बाद आयुष के पिता किशोर लिल्हारे को कमलेश उपवंशी द्वारा फोन पर यह जानकारी दे दी गई की आयुष की मौत हो चुकी है और वह रिपोर्ट लिखवाने तिरोड़ी थाना जा रहे हैं आप भी तिरोड़ी आओ उसके बाद हम लोग भंडारा से सीधे तिरोड़ी थाने के लिए निकले रास्ते में जब हम तिरोड़ी के पास जोड़ सड़क पर पहुंचे तब फोरमैन ठाकरे के पास राहुल सिंह जो डीपी राय की माइंस का काम संभालता है उसका फोन आया और कहां की तुम लोग कहां हो तब हम लोगों ने कहा कि हम जोड़ सड़क पर है तो राहुल सिंह ने कहा कि मेरे आते तक थाने नहीं जाना फिर हम लोग राहुल सिंह की बात को मानकर जोड़ सड़क पर ही खड़े रहे क्योंकि वह हमारा बड़ा अधिकारी था कुछ देर बाद राहुल सिंह और आयुष के पिता किशोर लिल्हारे जोड़ सड़क पर आए और कहा कि पुलिस को सच नहीं बताना है अगर पुलिस पूछे कि इसकी मौत कैसे हुई है तो शाम को पेड़ पर से गिरने से इसकी मौत हुई है यह बताना और यह कहकर मेरे ऊपर राहुल सिंह ने दबाव डाला और तिरोड़ी थाने ले गए और तिरोड़ी थाने में राहुल सिंह ने मुझे थाने के अंदर नहीं जाने दिया और सच बोलते नहीं दिया आयुष के पिता किशोर लिल्हारे और राहुल सिंह ही तिरोड़ी थाने के अंदर रिपोर्ट लिखवाने गए थे उसके बाद वहां से कटंगी हॉस्पिटल पोस्टमार्टम के लिए उन्होंने भेजा फिर मैं तथा सुपरवाइजर मयंक मात्रे तथा फोरमैन ठाकरे अपने घर आ गए डीपी राय की माइंस में अंडरग्राउंड सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है और लगातार हमारे द्वारा शिकायत भी की जा रही है पर डीपी राय के माइंस संचालक किसी की नहीं सुनते और इस कारण यह हादसा हुआ है माइंस में लगातार अवैध काम होते आ रहे हैं और डीपी राय के द्वारा मीरगपुर गांव के आदिवासियों की लगभग 13 एकड़ जमीन भी हड़प ली गई है फर्जी तरीके से जिसकी शिकायत लगातार ग्राम मीरगपुर निवासी मोरेश्वर पिता अनिल वडीवे के द्वारा बालाघाट कलेक्टर तथा अन्य अधिकारी को की जा रही थी जिसको संज्ञान में लेते हुए बालाघाट के कलेक्टर मृणाल मीणा के द्वारा कार्यवाही की गई और वेस्ट मटेरियल रखने की अनुमति भी रद्द कर दी गई है फिर भी बालाघाट के मुख्य खनिज अधिकारी आर के खातरकर तथा खैरलांजी तहसीलदार के द्वारा आज तक गरीब आदिवासियों की जमीन खाली करा कर नहीं दी गई और डीपी राय की अवैध माइंस पर रोक नहीं लगाई गई अगर समय रहते डीपी राय की अवैध माइनिंग पर रोक लगा दी जाती तो आयुष की मौत नहीं होती और आयुष आज हमारे बीच में होता यह जो मौत हुई है इस मौत में बालाघाट जिले के खनिज अधिकारी तथा खैरलांजी तहसील की तहसीलदार तथा बालाघाट प्रशासन बराबर का जिम्मेदार है।पूर्व सांसद कंकर मुंजारे जी ने सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी थी उसके बाद साथी मजदूर ने भी हिम्मत दिखा कर सचाई उजागर किया है ताकि आयुष लिल्हारे को इंसाफ़ मिल सके हमने तिरोडी थाना प्रभारी से फोन पर बात की तो उन्होंने बताया कि पहले दिन से ही हम सचाई का पता लगा रहे है हमने खदान प्रबंधक से सीसीटीवी फुटेज अन्य दस्तावेज मांगे है और आयुष के पिता जी द्वारा भी थाने में ब्यानं दिया गया है जांच जारी है कमलेश उपवंसी को भी बुलाया गया है लेकिन वो तिरोडी थाने नही आ रहे है किसी शादी में होने की बात कर रहे हैं पुलिस भी उनके बयांन लेने गई थी लेकिन वो घर में नही मिले। वही तिरोडी पुलिस थाने में पदस्थ उमेश दियेवार जो मिर्गपुर बीट प्रभारी है उनकी कार्यशैली भी शक के दायरे मे नजर आती है फोन करने पर फोन नही उठाया जाता और अब तो हमारा नंबर ब्लैक लिस्ट में डाल दिया गया है जिससे शक और बड़ जाता है।

98
2930 views