रोहतास जिला के रेड लाइट एरिया में छापेमारी
_____________________________रोहतास जिले के नटवार में गुरुवार को रेड लाइट एरिया में छापेमारी से हड़कंप मच गया। पुलिस ने बिक्रमगंज अनुमंडल क्षेत्र के नटवार रेड लाइट एरिया में रेस्क्यू कर 41 लड़कियों को छुड़ाया। बरामद की गई लकड़ियों की उम्र का सत्यापन कराने के बाद मेडिकल जांच की कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही 4 नाबालिग लड़के का भी रेस्क्यू हुआ है। गुरुवार देर शाम तक मेडिकल जांच का दौर चलता रहा। पुलिस की इस कार्रवाई से जिले के अन्य रेड लाइट एरिया में हड़कंप मचा गया। बरामद की गईं लकड़ियों में सबसे अधिक छत्तीसगढ़ की बताई गई हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बचपन बचाओ आंदोलन के छत्तीसगढ़ एवं उत्तर प्रदेश टीम की सूचना पर यह कार्रवाई की गई। बताया जा रहा है कि इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। उन पर नाबालिग लकड़ियों को डांसर की आड़ में देह व्यापार में शामिल करने का आरोप है। छत्तीसगढ़ के अलग-अलग 10 जिलों की कुल 41 नाबालिग लकड़ियों को रेस्क्यू किया गया। जिला बाल कल्याण परिषद में लकड़ियों का उम्र का सत्यापन किया गया। बताया जा रहा है कि नटवार स्थित रेड लाइट एरिया में डांस पार्टी के साथ-साथ ऑर्केस्टा का संचालन किया जाता है। लेकिन ऑर्केस्टा की आड़ में पिछले कई महीने से अवैध देह व्यापार का धंधा चल रहा था। गुप्ता सूचना के आधार पर रोहतास जिला पुलिस ने अहले सुबह सघन छापेमारी की। पुलिस जांच में यह पता लगाया जा रहा है कि लड़कियों को यहां कब लाया गया था, कौन-कौन सा कार्य कराया जाता था, किसके कहने पर उन्हें देह व्यापार में धकेला गया। मौके से हिरासत में लिए गए पांच लोगों से भी पुलिस कड़ी पूछताछ कर रही है। एसपी रौशन कुमार ने कह जांच पूरी होने के बाद मामले की पूरी जानकारी दे दी जाएगी।बाल कल्याण समिति के सदस्य गगन पांडे के मुताबिक सभी लड़कियां गरीब परिवार से आती हैं। इस वजह से संचालकों ने पैसों की लालच देकर लड़कियों को बुला लिया। कुछ लड़कियों को 50 हजार तो किसी को 30-40 हजार में खरीदा। धीरे-धीरे सभी लड़कियां पैसों की वजह से इस दलदल में आई हैं। फिलहाल इन सभी से पूछताछ की जा रही है।