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आरबीयू ने रेडियोलॉजी इमेजिंग और पुनर्वास के लिए सीएमई की मेजबानी की

रोपड़ 6 मार्च ( पीयूष तनेजा ) रयात बाहरा यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ फिजियोथेरेपी और रेडियोलॉजी द्वारा विश्व श्रवण दिवस पर रेडियोलॉजी इमेजिंग और पुनर्वास-श्रवण स्वास्थ्य के लिए एक सहयोगात्मक दृष्टिकोण पर 5वां चिकित्सा शिक्षा (सीएमई) कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य जागरूकता बढ़ाने और श्रवण स्वास्थ्य देखभाल में सुधार के लिए रेडियोलॉजी, ऑडियोलॉजी, पुनर्वास और फिजियोथेरेपी के संयोजन से अंतःविषय सहयोग को बढ़ावा देना था।इस कार्यक्रम में चंडीगढ़ के सीनियर डिप्टी मेयर जसबीर सिंह बंटी मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए ।अपने संबोधन में, उन्होंने श्रवण विकारों के उपचार के लिए शीघ्र निदान की भूमिका और बहु-विषयक दृष्टिकोण के महत्व पर जोर दिया। और श्रवण विकारों के उपचार में बहु-विषयक दृष्टिकोण के महत्व पर जोर दिया।उन्होंने नीति-संचालित योजना, शीघ्र हस्तक्षेप, समुदाय और सामाजिक जागरूकता कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक भाषण दिया जो सुनने की अक्षमताओं को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इसके अलावा डॉ. एस.के. बंसल, डीन अकादमिक, साहिल कपूर, वरिष्ठ उपाध्यक्ष आरबीयू और डॉ. धर्मवीर, सहायक प्रोफेसर, ईएनटी, पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ ने आयोजन के शैक्षणिक और व्यावसायिक महत्व को सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं।डॉ धर्मवीर कार्यक्रम के मुख्य वक्ता थे। जिन्होंने श्रवण स्वास्थ्य, इमेजिंग विधियों और पुनर्वास तकनीकों में उभरते रुझानों और तकनीकी प्रगति पर व्याख्यान दिया।यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ फिजियोथेरेपी एंड रेडियोलॉजी के डीन डॉ. ललित कुमार गुप्ता ने कार्यक्रम के आयोजन और पर्यवेक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रयात बाहरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन और चांसलर गुरविंदर सिंह बाहरा ने सीएमई आयोजन में विभाग की पहल की सराहना की । अपने स्वागत भाषण में डॉ. ललित कुमार गुप्ता ने श्रवण स्वास्थ्य में अंतःविषय सहयोग के महत्व पर जोर दिया।वैज्ञानिक सत्रों में बातचीत और संवादात्मक चर्चाओं की एक श्रृंखला शामिल थी।कार्यक्रम का समापन एक समारोह के साथ हुआ, जहां वक्ताओं, आयोजकों और प्रतिभागियों के योगदान को मान्यता दी गई।

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