logo

प्रशासनिक अधिकारी में ही प्रशासनिक आदेश की अवहेलना करने के मामले प्रकाश में आए

बीकापुर अयोध्या।

बीकापुर तहसील क्षेत्र के एक रास्ते पर किये गये अतिक्रमण को खाली करवाने का मंडलायुक्त का आदेश एक लेखपाल कानूनगो पर नहीं मानने का मामला प्रकाश में आया है।जबकि *उक्त रास्ते से 6मार्च को बिटिया की बारात आनी है।बारात द्वार तक कैसे पहुंचेगी इस बात को लेकर परिवार परेशान है।* मामले में लेखपाल कानूनगों और तहसील प्रशासन की मिली भगत का आरोप लग रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बीकापुर तहसील क्षेत्र की ग्राम सभा असरेवा के पूरे तपा में लगभग आधा दर्जन परिवारों के मुख्य निकासी मार्ग पर पड़ोसियों द्वारा अतिक्रमण करने का मामला प्रकाश में आया है। पूरे तपा निवासी राजेंद्र यादव पुत्र श्रीपाल यादव ने बताया कि मेरे पुरवे में लगभग 50 लोगों की आबादी का परिवार निवास करता है जिनके आने-जाने के मुख्य मार्ग पर पड़ोसी गांव के राम लखन स्वामीनाथ दृगपाल रामकुमार अवधेश प्रसाद द्वारा विगत छ माह से बांस बल्ली एवं जानवर बांधकर अवरुद्ध कर दिया गया है।
जिसकी शिकायत पीड़ित राजेंद्र प्रसाद द्वारा स्थानीय तहसील प्रशासन एवं मंडलायुक्त से करते हुए अवरुद्ध मार्ग को खुलवाने की मांग की।जिस पर मंडलायुक्त फैजाबाद द्वारा तहसील प्रशासन को रास्ते पर किए गए अतिक्रमण को हटाने का निर्देश दिया गया।
पीड़ित ने आरोप लगाते हुए कहा कि स्थानीय तहसील प्रशासन एवं लेखपाल कानूनगों की मिली भगत के चलते मंडलायुक्त के आदेशों का पालन नहीं किया गया बल्कि स्थानीय लेखपाल कानूनगो एवं तहसील प्रशासन द्वारा पीड़ित के विरुद्ध रिपोर्ट लगा दी गई।रास्ता जस का तस अतिक्रमण युक्त बना हुआ है।
*जबकि पीड़ित के परिवार में 6 मार्च को बिटिया की बारात आनी है ऐसी दशा में बिटिया की बारात द्वार तक कैसे पहुंचेगी बिटिया की शादी हो पाएगी या बिन ब्याह बारात वापस लौट जाएगी।* जहां एक तरफ परिवार इस बात की चिंता से परेशान है तो वही लेखपाल कानूनगों और तहसील प्रशासन की इस कार्यशैली की क्षेत्रवासियों में चर्चा के साथ साथ आक्रोश भी व्याप्त है।क्षेत्र में इस बात की भी चर्चा जोरों पर है कि स्थानीय लेखपाल कानूनगो एवं तहसील प्रशासन की मानवता मर चुकी है।अथवा वह कौन है जो मंडलायुक्त के आदेश पर भी भारी है। आखिर लेखपाल कानूनगो एवं तहसील प्रसाशन किसके हस्तक्षेप के बाद न्याय करने एवं अतिक्रमण खाली करवाने में विवश है।
देखना यह है कि लेखपाल कानूनगो एवं तहसील प्रशासन के इस कार्यशैली के कारण बिटिया की शादी हो पाती है या बारात वापस जाती है।
जबकि लेखपाल कानूनगो द्वारा मंडलायुक्त के आदेश पर लगाई गई रिपोर्ट के मुताबिक उक्त रास्ता तहसीलदार न्यायालय में विचाराधीन है

7
1579 views