नेतरहाट :- बटुवाटोली टोली की कहानी साहब आते बिजली आती साहब जाते बिजली भी चली जाती
झारखंड के लातेहार जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल नेतरहाट के मैगनोलिया प्वाइंट के पास एक गांव है, जिसका नाम बटुआटोली है. इस गांव की खासियत यह है कि जब भी कोई बड़ा अधिकारी या मंत्री इस प्रसिद्ध मैगनोलिया पॉइंट पर घूमने के लिए आते हैं, तो इस गांव में बिजली आ जाती है. परंतु अधिकारियों या मंत्री के गांव से जाने के बाद बिजली गुल हो जाती है. इनके साथ ही गांव की बिजली भी चली जाती है. इस व्यवस्था से यहां के ग्रामीणों में भारी नाराजगी है. दरअसल, सरकार के द्वारा पर्यटन स्थलों और उसके आसपास के इलाके को सुविधा संपन्न बनाने की योजना तो खूब बनाई जाती है, परंतु यह योजना सिर्फ दिखावा बनकर रह जाती है. नेतरहाट का प्रसिद्ध मैगनोलिया प्वाइंट स्थित बटुआटोली गांव इसका एक जीता जागता उदाहरण है. पूरी तरह आदिवासी बहुल इस गांव में कहने के लिए तो हर घर तक बिजली पहुंचा दी गई है. अधिकांश ग्रामीणों के घर में बिजली के मीटर लगा दिए गए हैं. गांव में बिजली के पोल और तार भी कई वर्ष पहले आ चुके हैं, परंतु यह सभी वस्तुएं सिर्फ दिखावे के लिए लगाई गई है.गांव के लोगों का आरोप है कि यहां बिजली कभी नहीं आती है. स्थानीय ग्रामीणों की माने तो बिजली के तार और मीटर सिर्फ दिखावा भर है. ग्रामीणों ने बताया कि इस स्थान पर घूमने के लिए जब कोई बड़ा मंत्री या अधिकारी आता है, तो यहां बिजली सेवा बहाल कर दी जाती है. परंतु अधिकारियों के जाने के बाद बिजली तुरंत काट दी जाती है. पिछली बार जब एक बड़े मंत्री आए थे, तो यहां दो-तीन घंटे के लिए बिजली भी आई थी, परंतु उनके जाने के बाद से फिर कभी बिजली नहीं आई है.