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थाना नखासा तहसील जनपद संभल राय सत्ती चौकी प्रभारी श्रीमान सचिन भाटी जी के अनुसार - भू माफियाओं द्वारा किया गया 8 महीनों से अवैध कब्जा यथा स्थिति में बना रहेगा,असल 4 स्वामियों को नहीं घुसने दूंगा,200 साल तक अदालत के फैसले का इंतजार करना पड़ेगा,79 वर्षीय विधवा महिला मां और पुत्र पर 117/116 की तैयारी.....योगी जी के राज में क्या महिलाओं को भी इंसाफ नहीं मिलेगा ?



सेवा में
माननीय मुख्यमंत्री महोदय उत्तर प्रदेश

विषय-भू माफिया अकरम, रजिया,फहद,सलमान द्वारा किया गया 8 महीनों से अवैध कब्जा,12 फीट का मुश्तर्का रास्ते को हड़पना,कब्जाए भवन में सीसीटीवी इंस्टॉल्ड,पेड़ काटना, दिन दहाड़े सारे ताले तोड़ना,अटेम्प्ट टू मर्डर,लाइसेंसी हथियारों से मौत का खौफ दिखाना,अभिलेखों में धोखाधडी जैसे संगीन अपराधों को अधिनस्थों द्वाराअपराध की श्रेणी में न रख हर 71 से ज्यादा जन सुनवाई पोर्टल की शिकायतों का भू माफियाओं द्वारा कूट रचित मन गड़ंत कहानी के आधार पर संबंधित द्वारा हर बार फर्जी निस्तारण करने के संबंध में

महोदय,
प्रार्थीगण 79 वर्षीय विधवा महिला श्रीमती कमर जहां,रफत जहां,डॉक्टर असलम व डॉक्टर आज़म के हौज भदेसरा हिलाली सराय स्थित भवन पर अकरम रजिया फहद सलमान शाहजेब रजा ने दिनांक 6 जुलाई से दिन दहाड़े सारे ताले तोड़ कर अवैध कब्जा जमा रखा है घोर चिंता की बात यह है कि संबंधित द्वारा संगठित अपराध को अपराध नहीं माना जा रहा है।अकरम ने 1997 में ही अपने पांचवे हिस्से से ज़्यादा 12 फीट के मुश्तर्का रास्ते को जबरन अपने अल शिफा हॉस्पिटल में शामिल करके साथ ही नगर पालिका परिषद संभल का सरकारी नाले पर अवैध अतिक्रमण करके अपने अल शिफा हॉस्पिटल की उत्तर दिशा की दीवार प्रार्थीगण (पीड़ितों) की दीवार पर लाइसेंसी हथियारों से मौत का खौफ दिखा कर जबरन टेक दी थी 8 महीनों में 71 से ज्यादा शिकायतें/तहरीरें प्रार्थीगण द्वारा सम्बंधित को दी गई सभी शिकायतों की निस्तारण रिपोर्ट से ये बात पूर्णरूप से साफ व स्पष्ट हो चुकी है कि अकरम रजिया फहद सलमान शाहजेब रजा द्वारा जितने भी संगीन अपराध किए गए हैं वो सभी अपराध संबंधित की नज़र में अपराध नहीं है इसके विपरीत संबंधित द्वारा प्रार्थीगण पीड़ितों की कमियां दोष व चूक तलाशी जा रही है जिससे कि भू माफियाओं के लिए आसानी पैदा की जा सके।उपरोक्त भू माफियाओं द्वारा किए गए संगीन अपराधों को निम्न प्रकार प्वाइंट वाइस बयान किया जा रहा है (1) अकरम रजिया व उपरोक्त अन्यों द्वारा संबंधित की नज़र में 1987 में कूट रचित फर्जी नक्शा बनवाना अपराध नहीं (2) 1989 में खरीदी गई संपत्ति को 1987 के कूट रचित फर्जी नक्शे में दिखाना संबंधित की नज़र में अपराध नहीं (3) 1982 के नक्शे से 12 फीट के मुश्तर्का रास्ते को अलग करके बिना किसी निर्माण कार्य के दक्षिण दिशा में स्थित अब्दुल बारी की संपत्ति में घोषित करना संबंधित की नज़र में अपराध नहीं (4) 1987 में बनवाए गए कूट रचित फर्जी नक्शे वाली अब्दुल बारी की संपत्ति दस वर्षों के बाद खरीद लेना अपराध नहीं (5)उपरोक्त द्वारा 1997 में 12 फीट चौड़ा मुश्तर्का रास्ते व नगर पालिका परिषद संभल के नाले पर अवैध अतिक्रमण करना संबंधित की नज़र में अपराध नहीं (6) उपरोक्त द्वारा प्रार्थीगण को ब्लास्ट के माध्यम से जान से मारने की कोशिश संबंधित की नज़र में अपराध नहीं (7) उपरोक्त द्वारा 79 वर्षीय विधवा महिला प्रार्थनी का कूल्हा फ्रैक्चर करना अपराध नहीं (8) वीडियो ने जिंदा भट्टे में झोंकने की धमकी देना संबंधित की नज़र में अपराध नहीं (9) भवन परिसर के सारे पेड़ों को काट कर बेच देना अपराध नहीं (10) कब्जाए भवन में सीसीटीवी इंस्टॉल्ड करके निजता का उल्लंघन करना अपराध नहीं (11) मियां सराय स्थित मकान का दरवाज़ तोड़कर लाइसेंसी हथियारों से जान से मारने की कोशिश करना संबंधित की नज़र में अपराध नहीं (12) बिना किसी वैध डिग्री के हॉस्पिटल संचालित करना अपराध नहीं (13)बिना रजिस्ट्रेशन के अस्पताल संचालित करना अपराध नहीं (14) सीएमओ कार्यालय द्वारा लगाई गई सीलों की बार बार उपरोक्त द्वारा तोड़ना अपराध नहीं (15) नियत प्राधिकारी तहसील जनपद संभल से अल शिफा हॉस्पिटल का नक्शा स्वीकृत न करवाकर अवैध तरीके से अस्पताल बनाना अपराध नहीं (16) हॉस्पिटल में धड़ल्ले से गर्भपात का होना अपराध नहीं (17) 36 वर्षों से बिना लाइसेंस के एलोपैथिक मेडिकल स्टोर संचालित करना अपराध नहीं (18) अभिलेखों में धोखाधडी, हेर फेर,जालसाजी,चीटिंग जैसे अपराध जोकि BNS की धारा 338 में आजीवन कारावास का प्रावधान करती है जैसे उपरोक्त द्वारा अपराध करना भी संबंधित की नज़र में कोई अपराध नहीं (19) उपरोक्त द्वारा उच्च अधिकारियों का मिस गाइड करना अपराध नहीं (20) रजिया को पिछड़ी जाति से उच्च जाति में शामिल करके रजिया खान बनकर एलोपैथिक में प्रैक्टिस करना अपराध नहीं (21) इंटरमीडिएट में 45 प्रतिशत अंकों को 50 प्रतिशत अंक बनाने के लिए फहद द्वारा फर्जी ओबीसी सर्टिफिकेट बनवाकर BUMS करना अपराध नहीं (22) शाहजेब द्वारा B.Tech,M Tech और इंटरमीडिएट PCM की मार्शशीट छुपाकर इंटरमीडिएट की डबल परीक्षा पासआउट करके इंटीग्रल मेडिकल कॉलेज लखनऊ में MBBS में एडमिशन लेना अपराध नहीं (23) सोनू रज़ा द्वारा जान से मारकर कब्र से बॉडी निकाल कर कुत्तों को खिला देने वाला बयान देना अपराध नहीं (24) अस्पताल की छत पर जीओ का 5g टावर इंस्टॉल्ड करवाना अपराध नहीं (25) रजिया द्वारा अरबों रुपया कमाने के बावजूद किसी भी बैंक में टैक्स बचाने के मकसद से कोई भी अकाउंट ओपन न करना सम्बन्धित की नजर में अपराध नहीं (26) बरेली निवासी अकरम के साढू साली रजिया के बहन बहनोई अनीस और रक्षंदा पड़ोसी देश के लिए काम करने के शक में रातों रात फरार होकर पाकिस्तान शिफ्ट हुए जिन्हें बरेली इंडिया में मृत घोषित कर दिया गया उनसे बार बार पाकिस्तान और दुबई में जाकर मीटिंग करना भी संबंधित की नज़र में कोई अपराध नहीं है (27) पाकिस्तान विजिट के बाद से अचानक फर्श से अर्श पर पहुंचे उपरोक्त द्वारा रातों रात अरब पति बनना भी संबंधित की नज़र में कोई अपराध नहीं है (28) अकरम रजिया फहद सलमान शाहजेब द्वारा किया गया नगर पालिका परिषद संभल के नाले पर किया गया अतिक्रमण संबंधित की नज़र में अपराध नहीं (30)अकरम द्वारा दिन दहाड़े सगे मामा पर गोली चलाना संबंधित की नज़र में अपराध नहीं (31)अभिलेखों में धोखाधडी जिसके लिए BNSS की धारा 338 में आजीवन कारावास की सजा का प्रावधान है ये भी संबंधित की नज़र में कोई अपराध नहीं (32) संगठित अपराध अवैध कब्जा जोकि BNS की धारा 111(7) के अनुसार संगीन अपराध की श्रेणी में आता है ये भी संबंधित की नज़र में अपराध नहीं (33)माननीय अदालत को मिस गाइड भी अपराध नहीं (34) माननीय उच्च अधिकारियों को मिस गाइड करना भी संबंधित की नज़र में कोई अपराध नहीं (35) अंत में अकरम रजिया फहद सलमान शाहजेब रजा द्वारा ये बयान बाज़ी करना भी अपराध नहीं जिसमे उपरोक्त द्वारा कहा जाता है कि प्रार्थीगण (पीड़ितों ) का क़त्ल भी कर दें तो कोई भी संबंधित अपराधी घोषित नहीं कर सकता अभियोग पंजीकृत नहीं करेगा।इतना बड़ा अपराधी दिन दहाड़े सारे ताले तोड़ कर डकैती करने वाला गैंग के मुखिया अकरम से संबंधित द्वारा अपराधी की मर्जी पूछी जाती है कहते हैं ऐसा कर लो तो कैसा रहेगा अपराधी का जवाब न में मिलता है यानी एक डकैत से पूछा जाता है कि भाई जी जेल जाना पसंद करोगे या घर अब अपराधी ये तो कहेगा नहीं कि जेल जाना वो तो यही कहेगा कि घर जाना चाहता हूं और 8 महीनों से हर बार बदमशों वाले स्टाइल में अपराधी अपने घर आकर सिस्टम की खिल्ली उड़ाता है मज़ाक बनाता है।ये है तहसील जनपद संभल उत्तर प्रदेश की जीरो टॉलरेंस की ग्राउंड रिपोर्ट!

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