समग्र मानवाधिकार एसोसिएशन जिला कार्यालय ने गृह मंत्रालय, भारत सरकार को लिखा पत्र
सोनभद्र, दिनांक - 20 फरवरी, 2025देश में अश्लीलता फैलाने वाले सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स के विरुद्ध कठोर कानूनी कार्यवाही एवं भविष्य में ऐसी घटनाएँ रोकने हेतु कठोर कानून बनाने के संबंध में लिखा गया है पत्र।समग्र मानवाधिकार एसोसिएशन के जिला महासचिव अमान खां ने गृह मंत्री श्री अमित शाहको पत्र लिखकर सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स द्वारा अश्लील एवं अनैतिक सामग्री के प्रसार के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की माँग की है। इस पत्र में उन्होंने इस प्रकार की डिजिटल सामग्री के युवाओं पर पड़ रहे प्रतिकूल प्रभाव और भारतीय संस्कृति के हास पर गंभीर चिंता व्यक्त की है।मुख्य बिंदु:1. कुछ सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स अपने व्यक्तिगत एवं आर्थिक लाभ के लिए अश्लील एवं अनैतिक कंटेंट का निर्माण कर रहे हैं।2. यह प्रवृत्ति भारतीय संस्कृति एवं सामाजिक मूल्यों के लिए घातक साबित हो रही है।3. डिजिटल माध्यमों पर नशे, अवैध गतिविधियों और महिलाओं के प्रति अपमानजनक कंटेंट को बढ़ावा दिया जा रहा है।4. इस तरह की सामग्री भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत दंडनीय होनी चाहिए ।एस०एम०ए० द्वारा दिए गए सुझावः1. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर अश्लील और अनैतिक कंटेंट पोस्ट करने वालों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।2. डिजिटल सामग्री को नियंत्रित करने के लिए साइबर कानूनों को और कठोर बनाया जाए।3. सोशल मीडिया कंपनियों को निर्देश दिए जाएँ कि वे इस तरह की सामग्री को तुरंत ब्लॉक करें।4. डिजिटल कंटेंट की निगरानी के लिए एक स्वतंत्र प्राधिकरण का गठन किया जाए।5. भारतीय संस्कृति और नैतिकता के विरुद्ध कंटेंट पोस्ट करने वालों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) के तहत दंडात्मक कार्यवाही की जाए ।अमान खां ने कहा, "यदि इस विषय पर शीघ्र कार्यवाही नहीं की गई तो सामाजिक मूल्यों एवं नैतिकता का पतन होगा, जिससे युवा पीढ़ी गलत दिशा में अग्रसर होगी। हम सरकार से अनुरोध करते हैं इस विषय पर तत्काल संज्ञान लिया जाए।"हम अक्सर देखते आए हैं कि समग्र मानवाधिकार एसोसिएशन मानवाधिकार संरक्षण के लिए भारत में कार्यरत एक प्रतिष्ठित संस्था है, जो आए दिन इस प्रकार के मामलों के लिए आवाज उठाती रहती है। संस्था ने हजारों लोगों के मानवाधिकारों की रक्षा के लिए शासन-प्रशासन के साथ मिलकर कदम उठाए हैं।