
15,16 व 17 फरवरी संत रामपाल जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य में बैतूल में फिर होगा विशाल और भव्य भंडारा
मिला परमात्म ज्ञान, फिर घर घर अलख जगाई, बोध दिवस पर बैतूल में फिर होगा भंडारा
बैतूल,मध्यप्रदेश - RTO ऑफिस के पास,उड़दन स्थित सतलोक आश्रम बैतूल में वर्ष में कम से कम 6 विशाल समागम आयोजित होते हैं जिनमें लाखों की तादाद में श्रद्धालु अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं।
एक बार फिर से तीन दिन का विशाल समागम 15,16 व 17 फरवरी को सतलोक आश्रम बैतूल में आयोजित किया जाएगा।
कहते हैं गुरु बिन मोक्ष नहीं, इसलिए गुरु बनाना आवश्यक होता है। 17 फरवरी 1988 का वह दिन, जब संत रामपाल जी महाराज को स्वामी रामदेवानंद जी महाराज ने नाम दीक्षा दी, वह शुभ दिन पूरे विश्व के कल्याण का कारण बन गया। इसे संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों द्वारा बोध दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इसके उपलक्ष्य में महाविशाल सत्संग का भव्य आयोजन तथा तीन दिवसीय अखंड पाठ की वाणी पूरे वातावरण को भक्तिमय बनाएगी। साथ ही निःशुल्क शुद्ध देशी घी से निर्मित स्वादिष्ट भंडारे का आयोजन होगा,जिसमें लाखों की संख्या में तीन दिनों तक श्रद्धालु भाग लेंगे। यहाँ आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए भोजन, रहने, स्नान, और यहाँ तक कि मोबाइल चार्जिंग की भी निःशुल्क व्यवस्था की गई है।
इस विशाल आयोजन में किसी भी जाति या धर्म के भेदभाव के बिना सभी को एक साथ, एक पंक्ति में भंडारा कराया जाता है। जिसमें शुद्ध देशी घी से निर्मित लड्डू,जलेबी, बर्फी, सब्जी, पूड़ी, दाल-चावल का प्रसाद बनाया जाएगा।
मंत्र मुग्ध कर देने वाली संत रामपाल जी महाराज के मुखारविंद से अमरग्रंथ साहिब की वाणी का अखंड पाठ तीन दिन तक होगा और महापुरुषों की जीवन गाथा को आध्यात्मिक प्रदर्शनी के माध्यम से दर्शाया जाएगा।
इस महासमागम में दहेज और आडंबर रहित सैकड़ों शादियां भी संपन्न होंगी, जो समाज में बेटियों के जन्म को लेकर व्याप्त नकारात्मक सोच को बदलने का एक प्रयास है। इसके साथ ही, रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया जाएगा, जिसमें सैकड़ों यूनिट रक्त दान गरीब, असहाय लोगों व पुलिस के घायल जवानों के लिए किया जाएगा।
सबसे अहम बात यह कि जो लोग संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेना चाहते हैं, उनके लिए भी निःशुल्क नामदान की व्यवस्था की गई है। इस विशाल महासमागम के लिए आश्रम को बहुत अच्छे ढंग से सजाया जा रहा है, जिसकी छटा देखते ही बनती है।
आश्रम सेवादार विष्णु दास ने बताया कि संत रामपाल जी महाराज पूर्ण परमात्मा का अवतार हैं और केवल उन्हीं की कृपा से सभी व्यवस्थाओं का संचालन होता है, हम तो उस परमात्मा के चौकीदार मात्र हैं।