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अंतरराष्ट्रीय नवनक्षत्र साहित्य पत्रिका के प्रबंधन में संपन्न हुआ साहित्य एवं संस्कृति उत्सव

कोलकाता, 5 फरवरी 2025 — कोलकाता के बौद्धांकुर भवन, नालंदा स्क्वायर में एक भव्य साहित्य और सांस्कृतिक आयोजन का साक्षी बना, जहां अंतरराष्ट्रीय नवनक्षत्र साहित्य पत्रिका के प्रबंधन में एक विशिष्ट पत्रिका विमोचन, सम्मान समारोह, श्रुति नाटक प्रतियोगिता और सांस्कृतिक संध्या का भव्य आयोजन किया गया।

मुख्य अतिथि एवं प्रतिष्ठित साहित्यकारों की गरिमामयी उपस्थिति
इस भव्य आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व ब्रिगेडियर तुषार कांति मुखोपाध्याय की उपस्थिति रही। साथ ही, वरिष्ठ साहित्यकार वरुण चक्रवर्ती, कौशिक गांगुली, सिराजुल इस्लाम ढाली, मानव मुखर्जी, तारक देवनाथ, सुप्रिया घोष, बिजन चंद्र, रंजना कर्मकार, डॉ. उत्पल गिरी और यूसुफ मोल्ला जैसी प्रतिष्ठित हस्तियों ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

'अंतरराष्ट्रीय नवनक्षत्र साहित्य पत्रिका' के द्वितीय अंक का विमोचन
इस आयोजन का प्रमुख आकर्षण था 'अंतरराष्ट्रीय नवनक्षत्र साहित्य पत्रिका' के द्वितीय अंक ‘शब्दशिखा’ का भव्य विमोचन। इसके साथ ही कई महत्वपूर्ण साहित्यिक पुस्तकों का भी लोकार्पण किया गया, जिनमें शामिल हैं:

‘मनेर कैनवासे’ (संयुक्त संकलन)
‘घरर निशाना पथ’ – डॉ. उत्पल गिरी
‘आनंद पाठशाला’ एवं ‘नीलाभ अवनी’ – कमल हुसैन
‘सकालेर स्वरलिपि’ – आरती घोष
‘संस्कृत निधि’ – सुमन नस्कर (नालंदा विश्वविद्यालय के शोधकर्ता), जो कोलकाता विश्वविद्यालय के प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए एक सांस्कृतिक ग्रंथ है।
गुणीजन सम्मान एवं सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ
इस साहित्यिक समारोह में कई प्रतिष्ठित कवियों, लेखकों और कलाकारों को सम्मानित किया गया। इसके अलावा, आमंत्रित साहित्यकारों एवं कलाकारों द्वारा कविता पाठ, गीत, नाटक, श्रुति नाटक एवं नृत्य की सुंदर प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

आयोजन के पीछे महत्वपूर्ण भूमिका
इस पूरे आयोजन को सफलतापूर्वक संपन्न कराने में आयोजन समिति के प्रमुख एवं संपादक श्री सौमेन सेन का महत्वपूर्ण योगदान रहा, जिनकी कुशल प्रबंधन क्षमता ने इस कार्यक्रम को ऐतिहासिक बना दिया।

साहित्य एवं संस्कृति का एक अविस्मरणीय उत्सव
यह आयोजन केवल एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि साहित्य प्रेमियों के लिए एक स्मरणीय साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संध्या थी, जो भविष्य में भी साहित्यकारों एवं कला प्रेमियों को प्रेरणा देती रहेगी।

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