कुम्भ मे भगदड़
जिसका डर था वही हुआ। अत्यधिक प्रचार के कारण महाकुंभ में बेहिसाब भीड़ जमा हो गई। भगदड़ के लिए बस एक छोटी सी गलती की ज़रूरत होती है। कुछ रिपोर्ट्स बता रही हैं कि पचास से ज़्यादा लोग मारे गए हैं।