
राजकीय महात्मा गांधी विद्यालय टोरड़ा पंचायत समिति सिकंदरा तहसील बैरावण्डा जिला दौसा मनाया 76वां गणतंत्र दिवस समारोह।
दौसा। दौसा जिले में राजकीय महात्मा गांधी विद्यालय टोरड़ा पंचायत समिति सिकंदरा तहसील बैरावण्डा जिला दौसा से विद्यालय प्रांगण में बड़ी हर्षउल्लास के साथ 76वां गणतंत्र दिवस समारोह संपन्न किया। जिसमें विद्यालय के छात्र छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए कार्यक्रम के दोरान भामाशाह व सरपंच के द्वारा कार्य क्रम में भाग लेने वाले बच्चों को व जिला स्तरीय क्रिकेट के विजेता खिलाड़ियों तथा विद्यालय में अच्छे अंक लेकर उत्तिरण होने वाले बच्चों को माल्या अर्पण कर एवं प्रशस्ति पत्र भेंट कीए,तथा उन्हें पुरस्कृत किया।
आप सभी को 76वें गणतंत्र_दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं एवं संविधान निर्माता राष्ट्रनिर्माता बाबा साहेब को कोटिशः नमन
आइए! गणतंत्रदिवस के शुभ अवसर पर हम संविधान में निहित आदर्शों और मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता सुनिश्चित कर देश व लोकतंत्र की प्रगति में योगदान दें
लोकतंत्र का अर्थ केवल अधिकार नहीं होता है,
लोकतंत्र का अर्थ होता है अधिकार और कर्तव्यों का समन्वय।
लोकतंत्र में हो अधिकारों और कर्तव्यों का संतुलन, यही संदेश देता है गणतन्त्र दिवस।
RepublicDay
एक स्वतन्त्र गणराज्य बनने और देश में कानून का राज स्थापित करने के लिए संविधान को 26नवम्बर 1949 को भारतीय_संविधान सभा द्वारा अपनाया गया और 26जनवरी 1950 को इसे एक लोकतान्त्रिक सरकार प्रणाली के साथ लागू किया गया था
यह राष्ट्रीय पर्व देश की प्रगति, उन्नति और तरक्की का मार्ग प्रशस्त करे, विकसित भारत के निर्माण के हमारे इरादों को मजबूत बनाए, यही कामना है।
आज का दिन हमें गर्व और कृतज्ञता का अहसास कराता है, जब हमने 26 जनवरी 1950 को अपने महान संविधान को अपनाया। यह केवल एक दस्तावेज़ नहीं है, बल्कि समानता, न्याय और स्वतंत्रता के आदर्शों पर आधारित हमारे लोकतंत्र की नींव है।
परम पूज्य डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर जी ने संविधान सभा में कहा था,
"26 जनवरी 1950 को हम अंतर्विरोधों से भरे जीवन में प्रवेश करने जा रहे हैं। राजनीति में हमारे पास समानता होगी, लेकिन सामाजिक और आर्थिक जीवन असमानता से भरा रहेगा।"
यह संदेश आज भी हमें झकझोरता है और प्रेरित करता है कि हम अपने संविधान की आत्मा को समझें और उसे जीने का प्रयास करें।
आइए, जाति, धर्म, वर्ग और लिंग के भेदभाव को मिटाने का संकल्प लें।
हर नागरिक को शिक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार का समान अधिकार देने के लिए जुटें।
अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए बंधुत्व और एकता का भाव अपनाएं।इस गणतंत्र दिवस पर, आइए हम सभी मिलकर उस भारत का निर्माण करें, जिसका सपना हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और संविधान निर्माताओं ने देखा था—एक ऐसा भारत, जहां हर व्यक्ति समान रूप से स्वतंत्र और सशक्त हो।
जय भीम, जय भारत, जय संविधान।