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एसएसपी की अनूठी पहल ‘खाकी साथी इनफो लाइन’* ~एक लाख मोबाइल नंबर का डेटा बेस, 10 फोन लाइन~

**एसएसपी की अनूठी पहल ‘खाकी साथी इनफो लाइन’*
~एक लाख मोबाइल नंबर का डेटा बेस, 10 फोन लाइन~
बरेली। अपराध पर प्रभावी नियंत्रण के लिए बरेली पुलिस ने एक नई योजना की शुरुआत की है। ‘खाकी साथी’ इन्फो लाइन नामक इस पहल के तहत पुलिस ऐसे विवादों और अवैध गतिविधियों की जानकारी जुटाएगी, जो आमतौर पर थानों तक नहीं पहुंचते। इस योजना के तहत पुलिस प्रशासन ने एक लाख से अधिक मोबाइल नंबरों का डेटाबेस तैयार किया है। 26 जनवरी तक इस सेवा को आधिकारिक रूप से शुरू करने की तैयारी चल रही है।
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में अक्सर ऐसे विवाद उत्पन्न होते हैं, जो प्रारंभिक स्तर पर पुलिस तक नहीं पहुंचते, लेकिन समय के साथ बड़े अपराधों का रूप ले लेते हैं। ऐसे मामलों में पुलिस को भारी बल और संसाधन लगाने पड़ते हैं। इसे रोकने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अनुराग आर्य ने ‘खाकी साथी’ इन्फो लाइन की योजना बनाई है।
इस पहल के तहत पुलिस लाइन में एक विशेष कंट्रोल रूम स्थापित किया जा रहा है, जहां पुलिसकर्मी प्रतिदिन सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक जिले के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों से फोन पर संपर्क करेंगे। इस बातचीत के दौरान उन्हें इलाके में चल रहे विवादों और संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिलेगी, जिससे समय रहते समाधान किया जा सकेगा।
‘खाकी साथी’ इन्फो लाइन की मुख्य विशेषता डेटाबेस और नेटवर्किंग है।
पुलिस ने जिले के सभी थाना क्षेत्रों में व्हाट्सएप ग्रुप बनाए हैं। इन ग्रुपों में व्यापारी, ग्राम प्रधान और क्षेत्र के अन्य प्रभावशाली लोगों को जोड़ा गया है।
पुलिस के पास एक लाख से अधिक मोबाइल नंबरों का डेटाबेस मौजूद है।
‘खाकी साथी’ इन्फो लाइन की टीम रोजाना इन नंबरों पर कॉल कर क्षेत्र की स्थिति की जानकारी लेगी।
प्रारंभिक चरण में 10 फोन लाइनों के साथ सेवा शुरू की जा रही है। इसमें 12 प्रशिक्षित महिला और पुरुष पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। आवश्यकता के अनुसार पुलिसकर्मियों और संसाधनों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
‘खाकी साथी’ इन्फो लाइन के तहत
प्रत्येक पुलिसकर्मी को एक थाना क्षेत्र आवंटित किया गया है। इन पुलिसकर्मियों के पास संबंधित क्षेत्र के मोबाइल नंबरों की सूची होगी। वे रोजाना फोन करके स्थानीय निवासियों से बातचीत करेंगे और क्षेत्र में पनप रहे विवादों की जानकारी लेंगे।।जिन घटनाओं की शिकायत थाने में दर्ज नहीं हुई, लेकिन तनाव का कारण बन सकती हैं, उन्हें चिन्हित किया जाएगा। जानकारी को तत्काल संबंधित अधिकारी तक पहुंचाया जाएगा ताकि विवाद का समय रहते समाधान हो सके।
इसके अलावा, नशीले पदार्थों की तस्करी, जुआ, सट्टा और अन्य अवैध गतिविधियों की जानकारी भी एकत्र कर कार्रवाई की जाएगी।
इस पहल का उद्देश्य 66 गांवों और ग्रामीण इलाकों में पनप रहे छोटे-छोटे विवादों को समय रहते हल करना है, ताकि वे गंभीर अपराधों में तब्दील न हों। साथ ही थाना क्षेत्रों में हो रही अवैध गतिविधियों की सूचना एकत्र कर उन पर रोक लगाई जाएगी।

“हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि छोटे स्तर के विवादों को बड़ा रूप लेने से पहले सुलझाया जाए। ‘खाकी साथी’ इन्फो लाइन के जरिए पुलिस लगातार लोगों के संपर्क में रहेगी, जिससे अपराधों की रोकथाम और कानून व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिलेगी।” : *एसएसपी अनुराग आर्य*
बरेली। अपराध पर प्रभावी नियंत्रण के लिए बरेली पुलिस ने एक नई योजना की शुरुआत की है। ‘खाकी साथी’ इन्फो लाइन नामक इस पहल के तहत पुलिस ऐसे विवादों और अवैध गतिविधियों की जानकारी जुटाएगी, जो आमतौर पर थानों तक नहीं पहुंचते। इस योजना के तहत पुलिस प्रशासन ने एक लाख से अधिक मोबाइल नंबरों का डेटाबेस तैयार किया है। 26 जनवरी तक इस सेवा को आधिकारिक रूप से शुरू करने की तैयारी चल रही है।
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में अक्सर ऐसे विवाद उत्पन्न होते हैं, जो प्रारंभिक स्तर पर पुलिस तक नहीं पहुंचते, लेकिन समय के साथ बड़े अपराधों का रूप ले लेते हैं। ऐसे मामलों में पुलिस को भारी बल और संसाधन लगाने पड़ते हैं। इसे रोकने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अनुराग आर्य ने ‘खाकी साथी’ इन्फो लाइन की योजना बनाई है।
इस पहल के तहत पुलिस लाइन में एक विशेष कंट्रोल रूम स्थापित किया जा रहा है, जहां पुलिसकर्मी प्रतिदिन सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक जिले के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों से फोन पर संपर्क करेंगे। इस बातचीत के दौरान उन्हें इलाके में चल रहे विवादों और संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी मिलेगी, जिससे समय रहते समाधान किया जा सकेगा।
‘खाकी साथी’ इन्फो लाइन की मुख्य विशेषता डेटाबेस और नेटवर्किंग है।
पुलिस ने जिले के सभी थाना क्षेत्रों में व्हाट्सएप ग्रुप बनाए हैं। इन ग्रुपों में व्यापारी, ग्राम प्रधान और क्षेत्र के अन्य प्रभावशाली लोगों को जोड़ा गया है।
पुलिस के पास एक लाख से अधिक मोबाइल नंबरों का डेटाबेस मौजूद है।
‘खाकी साथी’ इन्फो लाइन की टीम रोजाना इन नंबरों पर कॉल कर क्षेत्र की स्थिति की जानकारी लेगी।
प्रारंभिक चरण में 10 फोन लाइनों के साथ सेवा शुरू की जा रही है। इसमें 12 प्रशिक्षित महिला और पुरुष पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। आवश्यकता के अनुसार पुलिसकर्मियों और संसाधनों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
‘खाकी साथी’ इन्फो लाइन के तहत
प्रत्येक पुलिसकर्मी को एक थाना क्षेत्र आवंटित किया गया है। इन पुलिसकर्मियों के पास संबंधित क्षेत्र के मोबाइल नंबरों की सूची होगी। वे रोजाना फोन करके स्थानीय निवासियों से बातचीत करेंगे और क्षेत्र में पनप रहे विवादों की जानकारी लेंगे।।जिन घटनाओं की शिकायत थाने में दर्ज नहीं हुई, लेकिन तनाव का कारण बन सकती हैं, उन्हें चिन्हित किया जाएगा। जानकारी को तत्काल संबंधित अधिकारी तक पहुंचाया जाएगा ताकि विवाद का समय रहते समाधान हो सके।
इसके अलावा, नशीले पदार्थों की तस्करी, जुआ, सट्टा और अन्य अवैध गतिविधियों की जानकारी भी एकत्र कर कार्रवाई की जाएगी।
इस पहल का उद्देश्य 66 गांवों और ग्रामीण इलाकों में पनप रहे छोटे-छोटे विवादों को समय रहते हल करना है, ताकि वे गंभीर अपराधों में तब्दील न हों। साथ ही थाना क्षेत्रों में हो रही अवैध गतिविधियों की सूचना एकत्र कर उन पर रोक लगाई जाएगी।

“हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि छोटे स्तर के विवादों को बड़ा रूप लेने से पहले सुलझाया जाए। ‘खाकी साथी’ इन्फो लाइन के जरिए पुलिस लगातार लोगों के संपर्क में रहेगी, जिससे अपराधों की रोकथाम और कानून व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिलेगी।” : *एसएसपी अनुराग आर्य*

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