
सुरसुराई घाट झारा(सरई) मेले में नहीं हैं सुरक्षा की कोई व्यवस्था
*मेले के झूलों में भी सुरक्षा के इंतजाम नहीं फायर सेफ्टी है न ही फर्स्टएड की व्यवस्था*
*किसी भी झूला संचालकों ने दुर्घटना बीमा नहीं करवाया है। सरई के सुरसुराही घाट में झूला में अगर कहीं कोई घटना दुर्घटना होती है तो इसका जिम्मेदार कौन होगा*
*सरई मेला में घूमने जा रहे हैं तो अपनी सुरक्षा का खुद इंतजाम रखें, क्योंकि मेले में फायर सेफ्टी से लेकर फर्स्टएड तक दुकानदारों पर मौजूद नहीं है।*
सरई के सुरसुराही घाट में मकर संक्रांति से चल रहे मेले में आज रविवार दिन भारी मात्रा में मेला में पहुंचे लोग जहां पर बड़े झूलों में किसी भी प्रकार की कोई भी सुरक्षा का इंतजाम नहीं किया गया था जिससे झूले वालों ने कुछ लोगों के साथ मारपीट करते नजर आए
हालांकि पुलिस प्रशासन मौजूद रही लेकिन काफी भीड़भाड़ होने की वजह से भीड़ को रोक पाना संभव नहीं था
मेला में झूला सेक्टर की पड़ताल की तो सामने आया कि किसी के पास भी सुरक्षा इंतजाम के नाम पर कुछ नहीं था। यहां तक कि फायर सेफ्टी के छोटे सिलेंडर तक मौजूद नहीं थे। यही नहीं यदि कोई झूलते वक्त चोटिल होता है तो तत्काल राहत देने के लिए फर्स्टएड तक का इंतजाम नहीं था। बीमा व सेफ्टी सर्टिफिकेट भी केवल दिखावे के हैं। क्योंकि मेला प्राधिकरण को जो सेफ्टी सर्टिफिकेट उपलब्ध कराए गए उसमें झूले में उपयोग आने वाली मशीन की जानकारी भी ठीक से नहीं दी गई। सेफ्टी सर्टिफिकेट मेला में लगने वाले झूले सुरक्षित हैं इसके लिए प्रशासन की ओर से सिर्फ झूला लगाने का परमिशन दिया गया है ना की सेफ्टी का लेकिन इन झूलों के संचालन के लिए लगाई मशीन के बारे में जानकारी नहीं दी गई। जिससे यह पता नहीं चलता कि जिस मशीन का उपयोग झूला संचालन में उपयोग किया जा रहा है वह कितनी सुरक्षित है या नही। वही झूला मालिकों ने 100 से लेकर 200 तक एक व्यक्ति का टिकट मे अवैध वसूली कर रहे हैं।
*मेला में एक एंबुलेंस व दो डाक्टर उपस्थिति होनी चाहिए ताकि मेला दुर्घटना में यदि कोई घायल होता है तो उसके लिए प्राथमिक उपचार अनिवार्य है। लेकिन पूरे मेले में इस तरह की कहीं भी कोई भी व्यवस्था नहीं की गई है ना ही मेला ठेकेदार के द्वारा नहीं प्रशासन के द्वारा,*
*मेला ठेकेदार की मनमानी जगह-जगह बैरिकेडिंग होने से मेला में पैदल व वाहन का प्रवेश मे लोगों को मुश्किल था वहीं वाहनों से तय की गई रेट दर से ज्यादा पैसा लिया जा रहा है।*