
सामूहिक कर्ज सहायता नहीं बल्कि एक षड्यंत्र है।
सावधान! कुछ पैसे वाले लोग अपनी खुद की माइक्रोफाइनेंस कंपनी रजिस्टर्ड करवा कर ग्रामीण क्षेत्रों में पर्सनल लोन बाटं रहे हैं। यह गांव की कम पढ़ी- लिखी या अनपढ महिलाओं का समूह बनाते हैं। फिर उन महिलाओं को रोजगार करने का लालच देते हैं और उनका नाम लिखना सिखाते हैं ताकि वह अपनी सिग्नचेर कर सकें। उन्हें 1 और 2 परसेंट ब्याज बताकर 18 से 50% तक का ब्याज लेते हैं। फिर साप्ताहिक या हर 15 दिन पर वसूली करने आते हैं। किसी हफ्ते या निर्धारित समय पर पैसा न मिलने पर उनके एजेंट खुद या कभी कभी अपनी ब्रांच के अन्य सदस्यों को बुलाकर महिलाओं को मानसिक रूप से प्रताड़ित करते हैं, गाल़ी गलौज देते हैं, मारने पीटने, अपनी ब्रांच पर बंदी बनाने, जेल भेजने, आधार कार्ड व राशन कार्ड रद्द करने, बैंक में जमा पूंजी गायब करने, घर को सीज व कुर्क करने की धमकी देते हैं। इन एजेंट्स का मानना है कि किसी भी प्रकार की कोई भी अनहोनी हो जाए यहां तक कि अगर किसी की मौत हो जाए तो भी बिना पैसे लिए नहीं जाएंगे, और ऐसा होता भी अगर पैसा नहीं मिलता है तो आधी – आधी रात तक घर पर रुक कर हंगामा करते हैं, महिलाओं को परेशान करते हैं, जबरन घर की चीज तोड़ते या लेकर चले जाते हैं। डर की वजह या जानकारी न होने के नाते इनके खिलाफ कोई भी सूचना नहीं दी जाती है। उनके दबाव में आकर बहुत से कर्जदार अपने घर की कीमती वस्तुएं, पालतू जानवर, जमीन जायदाद औने - पौने दामों पर बेचने, घर छोड़कर भागने व आत्महत्या करने की कगार पर आ गए हैं। वृद्ध अवस्था में महिलाएं व कम उम्र के बच्चे मजदूरी करने पर मजबूर हो गए हैं।
नियम – सभी रिकवरी एजेंट के पास IIBF द्वारा प्रमाणित DRA certificate होना चाहिए। सुबह 8 बजे से पहले और शाम 6 बजे या सूर्यास्त के बाद किसी के घर नहीं जा सकते हैं। किसी को अपशब्द नहीं बोल सकते। 15 परसेंट से ज्यादा ब्याज नहीं लिया जा सकता है वो भी सलाना। यदि आप उपरोक्त षड्यंत्र के जाल में फंस गए हैं तो अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन में इनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराएं या दिए गए नंबर पर संपर्क करें।
यदि कोई भी रिकवरी एजेंट या शाखा प्रबंधक किसी को मानसिक रूप से प्रताड़ित करता है या धमकी देता है तो उनकी वीडियो जरूर बनाएं जो समय पर काम आयेगी। 9565779303