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हिलसा अनुमंडल मुख्यालय पर मूलभूत समस्या को लेकर किसानों का महाजुटान धरना।

हिलसा अनुमंडल मुख्यालय पर मूलभूत समस्या को लेकर किसानों का महाजुटान धरना।
हिलसा (नालंदा)। पूर्व निर्धारित किसानों के मूलभूत समस्या बाढ़ और सुखाड़ जैसी एवं अन्य समस्याओं से स्थायी समाधान के लिए अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले 17 जनवरी को हिलसा अनुमंडल मुख्यालय पर धरना दिया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला कमिटी सदस्य बाखोरी प्रसाद ने की। धरने में सैकड़ों किसानों ने भाग लिया और सरकार से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी और फसल खरीद के लिए मंडी की व्यवस्था की मांग की।
धरने को संबोधित करते हुए किसान महासभा के राज्य सह सचिव राजेंद्र पटेल ने कहा कि सरकार की किसान विरोधी नीतियों के चलते बिहार में खेती घाटे का सौदा बन गई है। सीमांत किसान खेती छोड़ने पर मजबूर हैं, और लघु व बटाईदार किसानों पर ही राज्य की खेती निर्भर है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अब तक न तो एमएसपी की गारंटी दी है और न ही मंडी की व्यवस्था।
जिला अध्यक्ष मुनीलाल यादव ने हिलसा अनुमंडल में बाढ़ और सुखाड़ की समस्या का जिक्र करते हुए मुहाने नदी का मुंह अविलंब खुलवाने की मांग की। उन्होंने बताया कि सिंचाई के लिए सरकारी नलकूप बंद पड़े हैं और फल्गु बराज के बावजूद मुहाने नदी का मुंह बंद होने से अनुमंडल का पूर्वी हिस्सा सुखाड़ और पश्चिमी हिस्सा बाढ़ की चपेट में है।
प्रखंड सचिव दिनेश कुमार यादव ने बटाईदार किसानों को पंजीकरण और सरकारी सुविधाएं देने की मांग की। उन्होंने कहा कि बटाईदार किसानों को नजरअंदाज करना अनुचित है।किसानों ने चेतावनी दी कि उनकी मांगें पूरी न होने पर वे आगामी विधानसभा चुनाव में सरकार को सत्ता से हटाने के लिए संगठित कदम उठाएंगे। उन्होंने 9 मार्च 2025 को पटना के गांधी मैदान में आयोजित “बदलो बिहार महाजुटान रैली” में किसानों से भाग लेने की अपील की।
इस धरने को , शिव शंकर प्रसाद, प्रमोद यादव, मोहम्मद इरफान, डॉ. नरेश प्रसाद, रामेश्वर प्रसाद, जयप्रकाश पासवान,अरुण यादव, सहित कई अन्य नेताओं ने भी संबोधित किया।

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