
शुक्रवार को किसानों की समस्या को लेकर हिलसा अनुमंडल मुख्यालय पर धरना का आयोजन।
हिलसा नालंदा, अखिल भारतीय किसान महासभा प्रखंड सचिव हिलसा कराय,(नालंदा),दिनेश कुमार यादव, प्रेसविज्ञप्ति,रविवार को जारी कर कहा कि किसानो की जो मूलभूत समस्या मुहाने और नॉनाई नदी को लेकर आगामी शुक्रवार को हिलसा अनुमंडल मुख्यालय पर विशाल धरना दिया जाएगा।उदेरा स्थान फल्गु के बराज पर मुंह की खुदाई हेतु मुहाने नदी खुदाई संघर्ष समिति के अध्यक्ष एवं अरपा पंचायत के सामाजिक कार्यकर्ता एवं सम्मानित मुखिया श्री साधु शरण सिंह किसान महासभा के जिला अध्यक्ष मुनीलाल यादव उपाध्यक्ष दिनेश कुमार यादव माले हिलसा सचिव अरुण यादव के द्वारा नोनाइ और मुहाने नदी की स्थिति का सर्वेक्षण रविवार को किया गया। यह टीम हिलसा प्रखंड के कालियाचक के निकट अग्नू विगहा मुहाने नदी के तट से होते हुए निश्चल गंज बियर से लेकर फल्गु बराज पर पहुंचा ओर मुयाना किया उसके बाद विचार विमर्श किया गया।इस दौरान बात खुलकर आई कि मुहाने नदी का मुह को खुलवाने हेतु 2002 में 73 दिनों का सत्याग्रह आंदोलन सामाजिक कार्यकर्ता श्री साधु शरण सिंह मुखिया के नेतृत्व में की गई और माननीय उच्च न्यायालय में रिट दायर किया गया ,माननीय उच्च न्यायालय ने एक जांच कमिटी बनाई जिसमें चार सिंचाई अभियंता सहित एक नेतृत्वकारी सामाजिक कार्यकर्ता श्री साधु शरण सिंह को भी कमेटी में रखा गया , जिस कमेटी के रिपोर्ट के मुताबिक माननीय उच्च न्यायालय ने किसान की हित को देखते हुए इसे खुदाई करने का आदेश दिया लेकिन आज तक जितनी भी सरकार बनी इस पर राजनीति के सिवा किसान हित में कुछ भी कम नहीं किया अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला अध्यक्ष मुनीलाल यादव और उपाध्यक्ष दिनेश कुमार यादव ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि इस मुहाने नदी का मुंह बंद रहने के कारण फल्गु नदी का समानांतर जल बटवारा नहीं हो पाता है जिसके वजह से हिलसा अनुमंडल का पश्चिमी पाट कभी भयंकर बाढ़ की चपेट तो हिलसा अनुमंडल का पूर्वी पाट लगातार सुखाड की चपेट में रहता है सुखाड की वजह से हिलसा पूर्व तरफ भूजल स्तर इतना नीचे गिर गया है कि किसानों की सिंचाई की बात तो छोड़ दीजिए पानी पीने के लिए गर्मी के मौसम में मवेशी से लेकर मानव, पशु पक्षी तक त्राहिमाम रहते हैं बिहार सरकार जल जीवन हरियाली योजना के नाम पर करोड़ों करोड़ रुपए का लुट का केंद्र बना दिया है और गंगा का पानी को तर्पण हेतु राजगीर और बडाबर पहुंचाया जा रहा है लेकिन दूसरी तरफ अन्नदाता किसान बाढ़ और सुखाड की चपेट से त्रस्त है नोनाय और मुहाने नदी की संपूर्ण खुदाई हो चुकी है सरकार की घोर लापरवाही के चलते जानबूझकर मुहाने नदी का मुंह पर पर एक दो किलोमीटर का खुदाई क्रमशः बाकी है। किसान की हित को देखते हुए अखिल भारतीय किसान महासभा नालंदा इकाई की ओर से पुनः मुहाने नदी का मुंह खोलने का अनवरत संघर्ष चलाने की योजना बनाएगी और इसी के आलोक में 17 जनवरी 2025 को किसानों के विभिन्न मांगों सहित एक विराट धरना का आयोजन हिलसा अनुमंडल मुख्यालय पर रखा गया है जिसमें अखिल भारतीय किसान महासभा यह अपील करती है की 17 जनवरी 2025 को बड़ी से बड़ी संख्या में इस धरणा पर जूटे और किसानों के संघर्ष को मजबूत करें। घरने को.सफल बनाने के लिए गांव-गांव में प्रचार प्रसार एवं बैठक कर इसकी जानकारी दी जाती है।