Banda News: नटबली की समाधि पर प्रेमियों और ग्रामीणों ने टेका मत्था
बांदा। मकर संक्रांति पर मंगलवार को हजारों की संख्या में लोगों ने केन नदी में स्नान करते हुए खिचड़ी का दान किया। दोपहर को भूरागढ़ दुर्ग में स्थित नटबली की समाधि पर आयोजित दो दिवसीय मेले के पहले दिन मंगलवार को प्रेमियों और ग्रामीणों ने मत्था टेका। प्रेमी जोड़ों ने समाधि में मत्था टेकते हुए मन्नतें मानीं।केन नदी घाट से लेकर भूरागढ़ दुर्ग तक पुलिस ने मेले की निगहबानी की। इसके साथ ही प्राचीन भूरागढ़ दुर्ग की इमारतों पर पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था। इधर, लोगों ने नौका विहार का लुत्फ भी उठाया। केन नदी किनारे सदियों से मोहब्बत का पैगाम दे रहा नटबली का मंदिर यूं ही नहीं खास है। केन की झरझर लहरें जिस अनूठी मोहब्बत व अद्भुत प्रेम कहानी की चश्मदीद हैं। लगभग 651 वर्ष पूर्व ग्राम भूरागढ़ में भूरा नाम का नट रहता था। भूरागढ़ राजघराने से ताल्लुक रखने वाली राजकुमारी से उसे प्यार हो गया। दोनों एक-दूसरे को बेपनाह मोहब्बत करते थे।राजघराने के लोगों को यह नागवार गुजरा और सजिश रचकर प्रेमी को मरवा दिया। प्रेमी की मौत की खबर सुनते ही प्रेमिका ने भी जान दे दी। तब से इन दोनों की प्रेम गाथा अमर हो गई। प्रेमी की याद में लोगों ने केन नदी किनारे उसका मंदिर बनवा दिया। यह मंदिर हर साल मकर संक्रांति पर प्रेमी जोड़ों से गुलजार हो जाता है।