logo

*विधायक जोर्गेवार का वजन बढ़ाकर; क्या मुख्यमंत्री चंद्रपुर पर कब्ज़ा करना चाहते हैं?*

समीर वानखेड़े चंद्रपुर महाराष्ट्र:
बल्लारपुर विधानसभा के विधायक सुधीर मुनगंटीवार को 'चंद्रपुर के बाघ' के नाम से जाना जाता है, जिन्होंने चंद्रपुर जिले का चेहरा बदल दिया और चंद्रपुर का नाम न केवल महाराष्ट्र में बल्कि देश के बाहर भी फैलाया। लेकिन मुनगंटीवार की राजनीति को ख़त्म करने की कोशिशें जारी हैं। ये कौन कर रहा है, यह तो पूरा महाराष्ट्र जानता है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि कहीं मुख्यमंत्री चंद्रपुर में तख्तापलट कर चंद्रपुर पर कब्जा करने की कोशिश तो नहीं कर रहे हैं।
राज्य मंत्रिमंडल की घोषणा तो कर दी गई, लेकिन इसमें मुनगंटीवार को जगह नहीं दी गई। पूरे महाराष्ट्र को पता चल गया कि इसके पीछे कौन है। उन्होंने मुनगंटीवारों को बाहर कर चंद्रपुर को विकास के प्रवाह से दूर रखने की कोशिश की। पूर्व मंत्री मुनगंटीवार ने पिछले दस साल में जो काम किया वह देश भर में पहुंचा। यहां तक कि ब्रिटिश संग्रहालय भी गए और छत्रपति शिवाजी महाराजा के बाघनख को भारत ले आए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इसका संज्ञान लिया। अन्य बीजेपी नेताओं को भी अनुभव है कि फड़नवीस यह सुनिश्चित करने के लिए कुछ भी कर सकते हैं कि उनके अलावा कोई और मोदी तक न पहुंच सके।
अब देखा जा रहा है कि फड़णवीस की नई रणनीति मुनगंटीवार को नजरअंदाज कर चंद्रपुर से ही दूसरे विधायक का वजन बढ़ाना है। इसके अलावा विधायक किशोर जोर्गेवार सार्वजनिक रूप से मुनगंटीवार का अपमान करने का साहस नहीं कर सकते। इसलिए मुख्यमंत्री चंद्रपुर के विकास पर ध्यान देने की बजाय स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं में फूट डालने का काम कर रहे हैं।
सुधीर मुनगंटीवार ने एक बार मंडप सज्जाकार का काम करने वाले एक कार्यकर्ता को विधायक बनाने की लड़ाई लड़ी थी। वह कार्यकर्ता चंद्रपुर के मौजूदा विधायक किशोर जोर्गेवार हैं। जोर्जेवार गर्व से कह रहे हैं कि मुनगंटीवार उनके गुरु हैं, इस समय एक संतप्त सवाल पूछा जा रहा है कि आज उन्हें अपने गुरु का अपमान करने की ताकत कहां से मिली।
पूर्व मंत्री विधायक सुधीर मुनगंटीवार के एक कार्यकर्ता ने विधानसभा चुनाव में किशोर जोर्गेवार के लिए दौड़ लगाई। जोर्गेवार की जीत तय थी। आज वही जोर्गेवार एक कार्यक्रम के लिए प्रकाशित पुस्तिका में मुनगंटीवार का नाम सबसे निचले क्रम में डालकर अपमान की हद तक पहुंच गये।

पूर्व मुख्यमंत्री मा.सा. कन्नमवार जन्म शताब्दी रजत जयंती कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक जोर्गेवार हैं। बेशक, वे इस कार्यक्रम के मेजबान हैं। लेकिन इस कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह के निमंत्रण पत्रिका से न सिर्फ बीजेपी कार्यकर्ता बल्कि आम चंद्रपुरकर भी नाराज हैं। उद्घाटक के तौर पर मुख्यमंत्री का नाम अखबार में सबसे ऊपर है। यह स्वाभाविक भी है।
फिर पूर्व मंत्री हंसराज अहीर, विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार, खुद जोर्गेवार का नाम इस क्रम में लिया गया है। इसके बाद जिन मेहमानों के नाम बेहद छोटे अक्षरों में हैं उनमें मुनगंटीवार का नाम तीसरे स्थान पर है। जिस नेता ने प्यास, भूख और नींद को भूलकर चंद्रपुर के विकास के लिए कड़ी मेहनत की, इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि यह अपमान भविष्य में भाजपा के लिए सिरदर्द बन जाएगा।

0
98 views