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भारत को विश्वगुरु बनाने की कमान अब युवा हाथों में सौंपी जाए, नेत्तृत्व करना वे ख़ुद सिख लेंगे ।



Indore News: (नारद न्यूज़ 24) प्राप्त जानकारी संवाद दाता के अनुसार ज्ञात हुआ युवा दिवस के उपलक्ष्य में अभ्यास मंडल के द्वारा आयोजित परिचर्चा में उठे देश के ज्वलंत मुद्दे, समाधान और भविष्य की योजनाओं पर भी हुई बात।


देश के समक्ष जो चुनौतियां हैं उनका समाधान युवा नेतृत्व के माध्यम से ही संभव है। भारत को एक बार फिर विश्व गुरु बनाने की कमान देश का युवा नेतृत्व ही संभाल सकता है। स्वामी विवेकानंद ने शिकागो के सम्मेलन में पूरे विश्व से भारतीय ज्ञान का लोहा मनवाया था और अब युवा नेतृत्व ही इस ज्ञान के प्रवाहक बन सकते हैं। यह विचार युवाओं ने अभ्यास मंडल के द्वारा युवा दिवस के उपलक्ष्य में युवा नेतृत्व विषय पर आयोजित परिचर्चा में व्यक्त किए। इस परिचर्चा को मार्गदर्शन देते हुए छात्र राजनीति से उभरे सुरेश मिंडा ने कहा कि इंदौर को विकसित इंदौर के रूप में तब्दील करने में इंदौर के युवाओं ने अपनी ताकत लगाई है। आज से 20 साल पहले जो इंदौर था और आज जो इंदौर है उसमें जमीन आसमान का अंतर आ गया है। पूर्व विधायक गोपी कृष्ण नीमा ने कहा कि युवाओं को संकल्प लेना चाहिए कि समाज की व्यवस्था से, देश दुनिया की बुराइयों से, वर्ग के भेद से लड़कर वह नया रास्ता खोजेंगे। युवा नेतृत्व को अमीर - गरीब और छोटा - बड़ा की बुराई से बचना होगा। किसी बड़े नेता का पिछलग्गू बनने के बजाय युवाओं को अपने नेतृत्व को खुद विकसित करना चाहिए।

युवा अपना नेतृत्व खुद तय करें
पर्यावरणविद् ओपी जोशी ने कहा कि युवा अपना नेतृत्व खुद तय करें। वर्ष 2022 में पर्यावरण पर स्टॉकहोम में आयोजित किए गए सम्मेलन में रिपोर्ट बनाने का दायित्व युवाओं को सौपा गया था। इस पर युवाओं के द्वारा यूथ विजन फॉर सस्टेनेबल फ्यूचर के रूप में अपनी रिपोर्ट बनाई गई। इस रिपोर्ट में उन्होंने कहा कि पर्यावरण में आ रहे बदलाव को शिक्षा से जोड़ना होगा। इस बारे में फैसला लेने वाले दल में युवाओं को शामिल करना होगा

समस्याओं के समाधान के लिए युवा आगे आएं
प्रेस क्लब के अध्यक्ष अरविंद तिवारी ने कहा कि इंदौर में मुद्दों की कोई कमी नहीं है। युवाओं को उन समस्याओं का समाधान करने के लिए आगे आना चाहिए। आज इंदौर में नशा, यातायात की समस्या सबसे बड़ी समस्या है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अभ्यास मंडल के अध्यक्ष रामेश्वर गुप्ता ने कहा कि युवाओं ने मिलकर ही अभ्यास मंडल का गठन किया था। इंदौर शहर को पानी की समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए युवाओं के द्वारा ही आंदोलन किया गया जिसके परिणाम स्वरूप इंदौर शहर में नर्मदा का पानी आ सका है।

सीने में आग है तो दिख क्यों नहीं रही
युवा प्रतिनिधि ग्रीष्मा त्रिवेदी ने कहा कि हमेशा कहा जाता है कि युवाओं के सीने में आग है। यदि आग है तो वह आज क्यों नहीं दिख रही है? उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि इंदौर में बच्चों का एक फैशन शो होने वाला था। इसका युवाओं ने विरोध किया। इसके परिणाम स्वरुप यह फैशन शो निरस्त हुआ, सौम्या जैन, श्रद्धा जैन, मयंक शर्मा, यान्या सिसोदिया, रहीश सिंह, जय मिश्रा, नीरजा व्यास, भोगेंद्र पटले, जैद अली खान, ईशान श्रीवास्तव, आकाश यादव, निशा रघुवंशी, सौरव गोसर, नितिन पटेल, प्रेरणा ने भी अपने विचार रखे।

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