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*भूकंप से तिब्बत में भारी तबाही, 53 मौतें, मकानों को नुकसान... नेपाल से बिहार-सिक्किम-बंगाल तक हिली धरती* सात जनवरी स

*भूकंप से तिब्बत में भारी तबाही, 53 मौतें, मकानों को नुकसान... नेपाल से बिहार-सिक्किम-बंगाल तक हिली धरती*

सात जनवरी सुबह, सुबह जब कई लोगों की नींद भी नहीं खुली होगी, तभी मंगलवार की सुबह नेपाल और तिब्बत की सीमा के पास भयंकर भूकंप ने सभी की नींद और जिंदगी दोनों खराब कर दी. रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 7.1 मापी गई, जिससे तिब्बत की धरती डोलने लगी. भूकंप की तीव्रता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसके झटके भारत के बिहार, यूपी, दिल्ली एनसीआर, बंगाल समेत कई राज्यों में महसूस किए गए हैं. वहीं, इस भूकंप के कारण चीन प्रशासित तिब्बत में तबाही की जो तस्वीरें आई हैं, उसे देख आप हैरान रह जाएंगे.
चीन के तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के शिगाजे शहर में मंगलवार को 7.1 तीव्रता का भूकंप आया, जिसमें 50 से अधिक लोगों की मौत हो गई और 60 से अधिक लोग घायल हो गए.

क्षेत्रीय आपदा राहत मुख्यालय के अनुसार, मंगलवार सुबह नौ बजकर पांच मिनट (चीन के समयानुसार) पर तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के शिगाजे शहर के डिंगरी काउंटी में भूकंप के झटके महसूस किए गए.

भूकंप का केंद्र 28.5 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 87.45 डिग्री पूर्वी देशांतर पर था. ‘शिन्हुआ’ के अनुसार, चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई पर था. अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, भूकंप सुबह 6.35 बजे आया और इसका केंद्र तिब्बत क्षेत्र में था, जो नेपाल के लोबुचे से लगभग 93 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में है.

भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई पर था, जिससे बिहार और उत्तर भारत के कई हिस्सों में भी कंपन हुआ. नेपाल में खुंबू ग्लेशियर के पास स्थित लोबुचे, काठमांडू से लगभग 150 किलोमीटर पूर्व में स्थित है और एवरेस्ट बेस कैंप के करीब है.

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