
तेरी मुस्कान ही काफी है राह चलने के लिए
---- तेरी मुस्कान ही काफी है राह चलने के लिए ---
तेरे तस्वीर को हरदम अपने सीने से लगाकर ,
मैं गम की बातें किया करता हूं।
जीने के लिए सहारे की जरूरत है ,
मुझे तेरी, तभी तुमसे दूर जाने से डरता हूं ।।
तुम हो नहीं तो क्या हुआ,
तेरी मुस्कराहट भरी परछाई ही काफी है मेरे लिए।
अंधेरा ही अंधेरा है मेरे जीवन में तेरे बगैर,
तेरी मुस्कान ही काफी है राह चलने के लिए।।
पता नहीं फिर कभी हम मिलेंगे या नहीं
इस जहां में अरमानों के पंख लगाकर।
इन हवाओं से लड़कर कहता हूं ,
मेरे सपनों को लाना जाओ बुलाकर।।
सब लोग हंसते हैं यहां मेरे हरकतों को देखकर,
तेरी दर्द को जब महसूस किया करता हूं।
तुम हो नहीं मेरे पास तो क्या हुआ ,
तेरी तस्वीरों से ही तुम्हारी मुहब्बत की बातें करता हूं।।
सब वादे इरादे याद है मुझे जो साथ रहकर किया हमने,
कोशिश कर रहा हूं पूरे करने को।
कसमें खाई थी जो हाथों में-हाथ देकर,
पूरे हुए अब तो कुछ भी बांकी ना रहा है डरने को ।।
हम भी आएंगे एक दिन पास तुम्हारे वादा रहा,
जिस जहां में तुम रहती हो ।
सब समझते हैं हम भी उन बातों को,
जो तस्वीरों से तुम हमसे कहती हो ।।
✍️ SURRES PATEL ✍️
DATE: 23/12/2024