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मुख्यमंत्री के जनता दरवार पहुँचे भागीरथी सिंह मौर्य

*रावर्ट्सगंज- सोनभद्र*
*सोन नदी में हो रहे अवैध खनन को लेकर
जनपद सोनभद्र के ओबरा तहसील अंतर्गत सोन नदी के ग्राम अगोरी, बरहमोरी तथा भगवा में हो रहे अवैध बालू खनन से सोन नदी को बचाने के लिए जन अधिकार पार्टी के नेता भागीरथी सिंह मौर्य ने आज दिनांक 21 दिसम्बर 2024 को मुख्यमंत्री जी के जनता दरवार में पहुँच मुख्यमंत्री के ओएसडी श्री डी० एस० चौहान को पत्र सौप अवैध खनन पर तत्काल रोक लगाए जाने की गुहार लगाई जिससे सोन नदी को बचाया जा सके ।
*वार्ता के दौरान ओएसडी श्री डी० एस० चौहान ने बताया कि सोनभद्र में हो रहे अवैध खनन की जानकारी प्राप्त हुई है जिस पर तत्काल कार्यवाही की जाएगी ।*
*जन अधिकार पार्टी के वरिष्ठ नेता भागीरथी सिंह मौर्य* ने बताया कि मध्य प्रदेश के अमरकंटक से निकली सोन नदी उत्तर प्रदेश के जिला सोनभद्र से होकर पटना बिहार को जाती है जिसका उल्लेख रामायण आदि पुराणों में भी मिलता है सोन नदी से करोड़ों लोगों की आस्था जुडी हुई है लोग सोन नदी की पूजा - आरती करने के साथ ही मन्नते मानते हैं । एक तरफ जहां सोन नदी लोगों के लिए आस्था का केंद्र है वही अवैध खनन से सोन नदी चीख रही है, सोन नदी का मूल स्वरूप मिटता नजर आ रहा है जिसे प्रत्यक्ष रूप से देखा जा सकता है ।
इस संबंध में जन अधिकार पार्टी की ओर से दिनांक 28 नवम्बर 2024, एवं 09 व 13 दिसम्बर 2024 को जिला क्वैरी ( खनन ) अधिकारी सोनभद्र सहित अन्य को पत्र सौप कार्यवाही की मांग किया था, जिसको संज्ञान में लेकर एनजीटी की टीम का जनपद में आना हुआ जिससे बालू खननकर्ताओं/ पट्टाधारकों में इस कदर हड़कंप मचा गया की प्रतिबंधित मशीने सोन नदी से बाहर कर दी गयी परन्तु एनजीटी टीम को वापस जाते ही अवैध खनन जोरो पर सुरु हो गया जिसे सोन नदी बया कर रही है ।
*आगे भागीरथी सिंह मौर्य* ने बताया कि एनजीटी टीम को सोनभद्र से वापस जाते ही प्रतिबंधित मशीने सोन नदी में प्रवेश करने और खननकर्ताओं/ लीजधारकों द्वारा बेखौफ *अवैध खनन किए जाने से ऐसा प्रतीत होता है कि जिला क्वैरी ( खनन ) अधिकारी द्वारा बालू लीज धारकों/ पट्टा धारकों को सोन नदी में अवैध खनन* के लिए खुली छूट दे दी गयी है ।
*बाध्य होकर आज मुख्यमंत्री जी के जनता दरवार में गुहार लगानी पड़ी उम्मीद है कि सोनभद्र के सोन नदी में हो रहे अवैध खनन पर माननीय मुख्यमंत्री जी प्रतिबंध अवश्य लगाएंगे।*
भागीरथी सिंह मौर्य ने बताया कि सोन नदी की जलधारा को बांध पुल बनाकर लिफ्टिंग मशीनों ( नाव मशीनों ) व पोकलेन मशीनों द्वारा बालू का खनन किया जा रहा है, जबकि एन० जी० टी० एवं उत्तर प्रदेश सरकार के आदेशानुसार बालू खनन के लिए किसी भी दशा में नदी की जलधारा को मोड़ा / प्रभावित नहीं किया जा सकता है एवं लिफ्टिंग मशीन ( नाव मशीन ) व पोकलेन मशीन का प्रयोग भी प्रतिबंधित है। इसके बावजूद भी बालू खननकर्ताओ द्वारा नदी की जलधारा को बांधकर लिफ्टिंग मशीन ( नाव मशीन ) व पोकलेन मशीन के द्वारा बालू खनन का कार्य किया जा रहा है जिससे नदी के मूल स्वरूप तथा अस्तित्व पर गंभीर खतरा मड़रा रहा है वहीं दूसरी तरफ प्रतिदिन घंडियाल,मगरमच्छ और कछुआ सहित असंख्य विविध जलीय जीव जंतुओं का जीवन समाप्त हो रहा है, जो सीधे पर्यावरण के लिए खतरा है जिसका असर मानव जीवन पर भी पड़ेगा ।
आगे भागीरथी सिंह मौर्य ने बालू लीज/ पट्टाधारकों द्वारा लीज एरिया से बढ़कर नदी की जलधारा में बालू का खनन करने पर तत्काल रोक लगाये जाने, लिफ्टिंग मशीनो (नाव मशीन) द्वारा किए जा रहा बालू खनन जिस पर तत्काल रोक लगाते हुए मजदूरों द्वारा कराये जाने, नदी की जलधारा को मोड़कर एवं पुल बनाकर सेक्शन मशीनों ( नाव मशीन ) द्वारा नदी की जलधारा से बालू निकाला जा रहा है जिस पर तत्काल रोक लगाये जाने, बालू लीज स्थल पर रेट बोर्ड लगाये जाने, बालू लीज स्थल के प्रत्येक कोने पर सीमा स्तंभ व लीज होल्डर का बोर्ड लगाए जाने व बोर्ड पर लीज होल्डर का पूरा नाम, पता, मोबाइल नंबर तथा रखबा लिखे जाने की मांग किया है जिससे सोन नदी का मूल स्वरूप एवं जलीय जीव जंतुओं का जीवन बच सके एवं पर्यावरण संतुलन बना रहे तथा लोगो की भावनाएं आहत न हो ।
इस दौरान जन अधिकार पार्टी के मण्डल उपाध्यक्ष विजयमल मौर्य एवं मण्डल सचिव श्रीपति विश्वकर्मा भी मौजूद रहे ।

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