पौष का यह महीना सर्वोच्च बलिदान और शहादत को याद कराता है, इसी महीने श्री गुरु गोविंद सिंह जी के दोनों छोटे साहिबजादे फ
पौष का यह महीना सर्वोच्च बलिदान और शहादत को याद कराता है, इसी महीने श्री गुरु गोविंद सिंह जी के दोनों छोटे साहिबजादे फतेह सिंह और साहिबजादे जोरावर सिंह को उस वक्त के जालिम शासक वजीर खान के आदेश पर सरहद जो वर्तमान फतेहगढ़ साहिब के नाम से जाना जाता है, दोनों मासूम बच्चों एक की उम्र 7 वर्ष तथा दूसरे की उम्र 9 वर्ष दोनों साहिबजादो को जिंदा दीवार में चुनवा दिया गया था। आपको बता दे ,की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी साहिबज़ादो के सर्वोच्च बलिदान पर प्रति वर्ष 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाने की घोषणा की गई है। वही फतेहगढ़ साहब में उस स्थान पर गुरुद्वारा श्री फतेहगढ़ साहब आज भी सुशोभित है।
वहीं इसी उपलक्ष्य में, छरबा स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा में प्रत्येक वर्ष पौष मास में श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के दोनों छोटे साहिबजादो की याद में शहीदी समागम कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इस वर्ष भी दिनांक 27 दिसंबर को 320 वी शहीदी समागम कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें गुरु घर के प्रसिद्ध रागी भाई बलविंदर सिंह जी रंगीला, एवं श्री दरबार साहिब जी अमृतसर के हजूरी रागी भाई सुखवंत सिंह जी तथा दाढ़ी जत्था भाई सुरजीत सिंह जी , आदि श्रद्धालुओं को शब्द कीर्तन द्वारा निहाल करेंगे।
वही उपरांत गुरु का लंगर एवं प्रसाद का भी वितरण होगा। वही गुरुद्वारा कमेटी के पदाधिकारी जिसमें मुख्य रूप से सरदार देवेंद्र सिंह तथा अधिवक्ता सरदार कुलविंदर सिंह जी ने समूह श्रद्धालु गणों से इस शहीदी समागम में शामिल होकर गुरु घर की खुशियां प्राप्त करने की अपील की है।