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Ayadhya parshasan se pareshan e riskwa chalak

बिग ब्रेकिंग



अयोध्या।
यहां तो मात्र 1000 रूपए की घूस में यातायात पुलिस कर्मी धुल देते हैं रिक्शा चालको के पाप। रामनगरी के बैट्री ई-रिक्शा बन चुके है यातायात पुलिस के लिए वरदान। बैटरी रिक्शा चालकों ने न्यूज एमा पर सुनाइ रो-रो कर यातायात पुलिस कर्मियों की दास्ताँ, कहा इतनी तो कमाई भी नहीं जितनी पुलिस को देनी पड़ जाती है रकम। रिक्शा चालक ने यातायात कर्मी के भ्रष्टाचारी सिंडिकेट का न्यूज़ वन इंडिया को सौपा जिन्न। भ्रष्टाचार का आलम यह कि यातायात पुलिसकर्मी जिले के पुलिस कप्तान की वेतन से चार गुना अधिक करते है अयोध्या में हर महीने कमाई। आए दिन वीवीआईपी मूवमेंट और त्योहारो के नाम पर ट्रैफ़िक पुलिस रामनगरी में कर रही मोटी उगाही। एसपी ट्रैफिक और सीओ अयोध्या समेत उच्च अधिकारियों को हिस्सा देने के नाम पर यातायात पुलिसकर्मी कर रहे वसूली। पहले हनुमानगढ़ी तुलसी उद्यान और आसपास के इलाकों से ई रिक्शा को चालान के नाम पर ले जाते हैं लता चौक के पास पार्किंग स्थल वहां से चलता है ट्रैफिक पुलिस कर्मियों के वसूली का खेल। ई रिक्शा चालकों के मुताबिक एप्लीकेशन लेकर एसपी ट्रैफिक कार्यालय में जाकर पहले चालान शुल्क जमा कर वाहन के रिहाई आदेश लाने को जाता है कहा फिर अवैध रूप से कम से कम ₹1000 की रकम लेकर चालक को ई रिक्शा किया जाता है सुपुर्द। हर दिन दर्जनों बैट्री ई रिक्शा के चालको से उगाही के खेल की मिल रही हैं शिकायतें बावजूद अधिकारी मौन।

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