बिजली का निजीकरण होने से आप सभी पर क्या असर होगा वो जान लीजिये
बिजली का निजीकरण होने से आप सभी पर क्या असर होगा वो जान लीजिये,
सरकारी विभाग, सम्पति जनता की है आपके टैक्स के पैसे से बनी हुई है कर्मचारी तो केवल कुछ साल की नौकरी करके निकल जाते हैं जबकि विभाग हमेशा रहता है जो भी अधिकारी, कर्मचारी विभाग में सेवा दे रहे हैं वो सभी आपके बीच से आते हैं आपके घर से पढ़े लिखे बच्चे ही आज विभाग में AE/JE/एकाउंटेंट/Clerk की पोस्ट पर है विभाग में कोई भी व्यक्ति किसी नेता या उद्योगपति के घर से नही आया है क्योंकि उन्हे नौकरी नही चाहिए और जिनके पिता किसान, मजदूर, आटो चालक, दुकान्दर आदि है उन्ही के बच्चे education के दम पर आज किसी भी सरकारी विभाग में आये हैं आप पता कर सकते हैं हमारा बैकग्राउंड क्या था हम कर्मचारी आपके बीच से है और आपका हित चाहते हैं व् समझते हैं।
अगर निजीकरण हो गया तब क्या होगा???
1, सरकारी नौकरी खत्म
2, जब नौकरी खत्म तो आरक्षण sc/st/obc अपने आप खत्म
3, आपकी घरेलू, commercial बिजली बिल मे बेतहाशा वृद्धि होगी
4, जब बिजली किसी दुकान्दर्, फैक्टरी मालिक के लिए महंगी होगी तो वहाँ बनने वाले उत्पाद का दाम आपके लिए बढ़ जायेगा जैसे आटा चक्की सीधा उदाहरण है
अभी बिजली के दाम बढ़ने पर आपके लिए उपभोक्ता परिषद का संरक्षण मिला हुआ है जिसके कारण परिषद आपके लिए आवाज उठाने के लिए है और उपभोक्ताओं के हित में बिजली के दाम बढ़ने नही देता या नियंत्रण में रखता है जबकि निजीकरण के बाद बिजली के दाम private companies तय करेंगी और मनमाने तरीके से लाभ उठाने के लिए दाम बढ़ा कर कमर तोड़ देंगे जैसा कि उड़ीसा, Mumbai, आगरा में हो रहा है जहाँ निजीकरण हो चुका है
इसलिए आप सभी देशवासियों से अपील है कि आपको अपने हक के लिए आगे आना होगा और इस के खिलाफ विभाग के लोगो के साथ खड़े होकर आवाज उठानी होगी क्योंकि ये आपके लिए है आपके आने वाले बच्चो की नौकरी के लिए है उनके भविष्य के लिए है हम और आप इतने धनी नही है कि कोई बिज़नेस रातों रात खड़ा कर रोजगार पैदा कर सकते हैं
सरकारी नौकरी और सरकारी सेवाएं आम आदमी के लिए है और उस पर आम आदमी का हक है क्योंकि वो आपके पैसे से बनी हुई है और जब वो आपके पैसे से बनी है तो कोई private व्यक्ति या उद्योगपति उसको हमसे कैसे छिन सकता है और सरकार क्यों छिनने दे रही है हमने सरकार को वोट दिया था या किसी उद्योगपति को? ये सोचने का विषय है