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श्री कर्ण नरेंद्र कृषि महाविद्यालय जोबनेर में हुआ तीन दिवसीय तनाव प्रबंधन सेमिनार का आयोजन

श्री कर्ण नरेंद्र कृषि महाविद्यालय जोबनेर में हाल ही 3 दिवसीय "हर दिल ध्यान, हर दिन ध्यान" तनाव प्रबंधन पर एक सेमीनार का आयोजन किया। इस सेमीनार का आयोजन हार्टफुलनेस संस्था के सहयोग से हुआ। सेमीनार का उद्देश्य छात्रों को तनाव प्रबंधन के प्रभावी तरीकों से अवगत कराना, विद्यार्थियों को ध्यान और योग के लाभ और उन्हें शांति और एकाग्रता प्राप्त करने में मदद करना है। सेमीनार में, छात्रों को विभिन्न ध्यान तकनीकों और व्यायामों के बारे में बताया गया। विशेषज्ञों ने छात्रों को सिखाया कि कैसे तनावपूर्ण स्थितियों में शांत रहें और अपनी मानसिक शांति बनाए रखें।
महाविद्यालय के अधिष्ठाता एवं संकाय अध्यक्ष डॉ एम आर चौधरी ने कहा कि कॉलेज जीवन तनावपूर्ण हो सकता है, इसलिए महाविद्यालय ने छात्रों को तनाव प्रबंधन के लिए उपकरण प्रदान करने के लिए यह सेमीनार आयोजित किया है। ध्यान एक शक्तिशाली उपकरण है जो छात्रों को तनाव को कम करने, एकाग्रता बढ़ाने और समग्र कल्याण में सुधार करने में मदद करता है। साथ ही उन्होंने कहा कि यह तनाव मुक्त प्रबंधन छात्रों के लिए जीवनभर उपयोगी रहेगा। साथ ही डॉ चौधरी ने कहा कि छात्र मोबाइल में मेडिटेशन संबंधित स्वास्थ्य उपयोगी वीडियो यूट्यूब से देखकर मेडिटेशन करने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि आंतरिक शांति एवं समग्र स्वास्थ्य के लिए मेडिटेशन बहुत जरूरी है।
प्रमुख वक्ता हेमलता बोचीवाल ने कहा कि समय के साथ चीजें बदल रही है पहले लोग संध्या के समय ध्यान करते थे जिस कारण उनका जीवन व्यवस्थित था लेकिन वर्तमान समय में बढ़ते कार्यभार के कारण ज्ञान के लिए समय नहीं मिलता जिसका मानव पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि अगर ईश्वर में विश्वास मजबूत हो तो मनुष्य जीवन सुख से बीत जाता है। उन्होंने विद्यार्थियों को विभिन्न ध्यान मुद्राओं एवं योग आसन के बारे में बताया एवं मुद्राओं का अभ्यास करवाया। उन्होंने बताया कि छात्रों के लिए ध्यान कई लाभ प्रदान करता है जैसे बेहतर एकाग्रता, तनाव कम करना,बेहतर नींद, बढ़ती हुई रचनात्मकता,भावात्मक स्थिरता, बेहतर स्मृति आदि। उन्होंने कहा कि अच्छे वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है जो शांतिपूर्वक कार्य करने के लिए लाभदायक है। साथी उन्होंने बताया कि ईश्वरीय प्रकाश अपने मन में है जो ज्ञान रूपी साधना से प्रज्वलित होता है। विद्यार्थी जीवन में अनियमितता का होना आवश्यक है जो सफल जीवन की मूल कुंजी है।
सत्र में भाग लेने वाले छात्रों ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और कहा कि यह उनके लिए बहुत फायदेमंद रहा। उन्होंने कहा कि वे सत्र में सीखी गई तकनीकों का उपयोग करके अपने दैनिक जीवन में तनाव को कम करने में सक्षम होंगे। इस कार्यक्रम में हार्टफुलनेस संस्था के सदस्य करण सिंह,गोपाल लाल सोनी, सलोनी सोनी एवं प्रभा आदि मौजूद रहे। इस सेमीनार में महाविद्यालय के 500 छात्र एवं छात्राएं लाभान्वित हुए एवं डॉ बी एल दूधवाल डॉ बी एस चंद्रावत उपस्थित रहे।

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