Train me ticket kota kiska hota hai
नमस्कार दोस्तों मैं रवि कुमार दीक्षित ऑल इंडिया मीडिया एसोसिएशन मेंबर दोस्तों मैं आपके सामने एक बात रखना चाहता हूं क्या हम मीडिया वालों को रेगुलर टिकट में कोटा नहीं दिया जाता है हम अपनी आईडी को दिखाते हैं की ऑल इंडिया मीडिया संगठन वाले हैं फिर भी हमें टिकट नहीं दिया जाता है पर एक कोट की टिकट जाती कहां है इस पर एक विशेष बहस या बैठक होनी चाहिए हमें अगर कहीं भी जाना है कुछ भी करना है तो क्या हमें टिकट के लिए वेटिंग या कंफर्म टिकट या तत्काल टिकट के लिए लाइन लगानी पड़ेगी हमारे फोटो का क्या होगा हमारा कोटा किसी और को भेज दिया जाता है आज भी तत्काल टिकट हमें नहीं मिलती लाइन लगाने के बाद भी दलालों के चक्कर में इन दलालों का क्या करना चाहिए आपकी वेटिंग बंद करने से वेटिंग में एंट्री नहीं देने से जनरल वालों क्या तकलीफ होती है कभी किसी ने सोचा है इस बात को लेकर विशेष टिप्पणी या बहस होनी चाहिए या तो आप वेटिंग बंद करिए वेटिंग फुल रिफंड दे दिए वरना क्लोन ट्रेन चलाइए जब आप रहते हो रेलवे घाटे में चल रही है आपका सर्वे कहां जाता है प्रतिदिन 500 से 600 वेटिंग हर ट्रेन में होती है क्यों होती है और इस रेटिंग से भी पैसा काट लिया जाता है एक करोड़ लोगों का अगर आप 30% भी काटते हैं तो 30 लख रुपए आपको कट करके किसको भेजते हैं इस बात को लेकर मैं बहुत ही दुखी हूंऔर सभी मीडिया पर भाइयों को मैं कहना चाहता हूं कि कोट का सही इस्तेमाल होना चाहिए ना की पैसों में बिकनी चाहिए और मैं अपनी आईडी के साथ आपको भेज रहा हूं क्या हमें हक नहीं है ट्रेन में सफर करने का क्या हमारा कोटा नहीं होता है हमारा कोटा सांसद के पास होता है विधायक के पास होता है तो फिर ट्रेन में क्यों नहीं होता है धन्यवाद दोस्तों इसको पूरी तरह से आगे बड़ी लोगों तक पहुंचाइये धन्यवाद।