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Sambhal Masjid Survey Dispute Live: तनावपूर्ण हालात के बीच तीसरी माैत, गलियां सूनी... छावनी में तब्दील शहर

उत्तर प्रदेश के संभल में मस्जिद पर दोबारा सर्वे को लेकर हुए पर विवाद ने रविवार को हिंसक रूप ले लिया। सर्वे के दौरान भीड़ ने पुलिस पर पथराव और आगजनी कर दी। जवाब में पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने और लाठीचार्ज करना पड़ा। घटना में बीस से अधिक पुलिस कर्मी और दो दर्जन लोग चोटिल हो गए। दो लोगों की माैत की खबर है।

तीसरे युवक ने भी तोड़ा दम, इलाके में कड़ी निगरानी

हिंसक घटना में अब तक तीन युवकों की मौत की खबर है, हालांकि अधिकारियों ने इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। मृतकों की पहचान रोमान, बिलाल और नईम के तौर पर की गई है। इसके अलावा बीस से अधिक पुलिसकर्मी और दो दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। पुलिस प्रशासन ने स्थिति को संभालने के लिए अतिरिक्त बल तैनात कर दिया है और इलाके में कड़ी निगरानी रखी जा रही है।

संभल की सड़कों पर छाया सन्नाटा

संभल शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। चंदौसी चौराहा, शंकर चौराहा, अस्पताल चौराहा और यशोदा चौराहा समेत सभी प्रमुख चौराहों पर बेरिकेडिंग कर आम लोगों को रोका गया है। जो लोग इन रास्तों से गुजरने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें डाइवर्ट करके अन्य मार्गों से भेजा जा रहा है। शहर भर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है। शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है। इस हिंसक घटना के बाद प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए है।

कमिश्नर और डीआईजी ने लिया स्थिति का जायजा

हिंसक बवाल के बाद जिले में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। इस बीच कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह और डीआईजी मुनिराज जी मौके पर पहुंच गए हैं। अधिकारियों ने अदालत की कार्रवाई का हवाला देते हुए सभी से संयम बरतने की अपील की है। इस बवाल में डिप्टी कलेक्टर रमेश बाबू भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

चुन-चुनकर पुलिस की गाड़ियों को फूंका:एसपी संभल

संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुए हिंसक बवाल पर एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि दंगाई पूरी प्लानिंग के तहत पुलिस की गाड़ियों को निशाना बना रहे थे। खासतौर पर पुलिस की गाड़ियों को चुन-चुनकर फूंक डाला गया जबकि आम लोगों की गाड़ियां सुरक्षित रहीं। एसपी ने बताया कि दंगाइयों के खिलाफ रासुका (NSA) लगाया जाएगा। उनकी पहचान सीसीटीवी फुटेज से की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों ने इस हिंसा के लिए अन्य को उकसाया उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी, ताकि वे जिंदगी भर इस अपराध को याद रखें।

अखिलेश यादव बोले, सरकार ने जानबूझकर टीम को सुबह भेजा, तब हिंसा हुई

जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसक घटना पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी सरकार और बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि यह गंभीर घटना है। मस्जिद का सर्वे पहले ही हो चुका था लेकिन जानबूझकर सुबह फिर से सर्वे टीम को भेजा गया। ताकि माहौल खराब हो सके और चुनावी मुद्दों पर चर्चा न हो पाए। सूचना है कि कई लोग घायल हो गए हैं और एक युवक की जान चली गई है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब मस्जिद का सर्वे पहले ही किया जा चुका था तो सरकार को फिर से इसकी क्या जरूरत पड़ी। वह भी बिना किसी तैयारी। अखिलेश ने इस घटना को बीजेपी सरकार और प्रशासन की साजिश करार दिया। कहा कि जो कुछ भी हुआ वह प्रशासन की तरफ से जानबूझकर किया गया ताकि चुनावों में हो रही धांधली और व्यापारी मामलों पर कोई चर्चा न हो सके। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाया कि उसने जानबूझकर हिंसा को बढ़ावा दिया ताकि राजनीतिक मुद्दों पर किसी प्रकार की बात न हो सके।

SP कृष्ण बिश्नोई ने उपद्रवियों से कहा- भविष्य बर्बाद न करो बेटा

मस्जिद का दोबारा सर्वेक्षण करने के दौरान हंगामा और जमकर पथराव किया गया। पुलिस के कई वाहन फूंक डाले गए। पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। इस बीच हालात पर काबू पाने के लिए एसपी संभल, कृष्ण बिश्नोई सड़क पर उतर आए। एक वीडियो में वह भीड़ में शामिल उपद्रवियों को समझाते हुए नजर आए। वह उनसे कह रहे हैं कि बेटा आपका भविष्य बहुत अच्छा है, नेताओं के चक्कर में अपना भविष्य बर्बाद मत करो

जामा मस्जिद का यह है मामला

हिंदू पक्ष की ओर से न्यायालय में वाद दायर किया गया है। उसमें उन्होंने हरिहर मंदिर होने का दावा किया है। न्यायालय ने कोर्ट कमिश्नर नियुक्त कर दिया है। मंगलवार को कोर्ट कमिश्नर ने पहली बार मस्जिद पहुंचकर सर्वे किया था। करीब दो घंटे तक वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की गई थी। दोबारा रविवार को सर्वे होने के दाैरान बवाल हो गया। कोर्ट कमिश्नर 29 नवंबर को न्यायालय में रिपोर्ट पेश करेंगे।

सुबह से ही माहौल गर्माया रविवार सुबह संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई के साथ सर्वेक्षण टीम जामा मस्जिद पहुंची। कोर्ट कमिश्नर रमेश राधव की अगुवाई में टीम ने मस्जिद के अंदर सर्वे का कार्य शुरू किया। जैसे ही स्थानीय लोगों को सर्वे की जानकारी मिली, नाराज मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी संख्या में मस्जिद के बाहर जमा हो गए। सर्वे के दौरान नाराज भीड़ ने पुलिस पर पथराव और आगजनी कर दी जिससे हालात बेकाबू हो गए। पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने और लाठीचार्ज करना पड़ा। घटना में बीस से अधिक पुलिस कर्मी और दो दर्जन लोग चोटिल हो गए।

हिंसा के लिए प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार: मायावती

संभल जिले में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुए हिंसक बवाल पर बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने यूपी सरकार और प्रशासन पर कड़ी आलोचना की है। मायावती ने कहा कि उपचुनावों के अप्रत्याशित परिणामों के बाद मुरादाबाद मंडल, खासकर संभल जिले में तनाव था। ऐसे हालात में यूपी सरकार और प्रशासन को मस्जिद-मंदिर विवाद के सर्वे को शांति से आगे बढ़ाना चाहिए था। लेकिन ऐसा नहीं किया गया और आज जो बवाल और हिंसा हुई, उसके लिए यूपी सरकार और प्रशासन पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। यह अत्यंत निंदनीय है। उन्होंने कहा यह काम शांति से, दोनों पक्षों को एक साथ लेकर किया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। प्रशासन की लापरवाही की वजह से आज हिंसा और अराजकता का माहौल बना।

रविवार सुबह संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई के साथ सर्वेक्षण टीम जामा मस्जिद पहुंची। कोर्ट कमिश्नर रमेश राधव की अगुवाई में टीम ने मस्जिद के अंदर सर्वे का कार्य शुरू किया। जैसे ही स्थानीय लोगों को सर्वे की जानकारी मिली, नाराज मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी संख्या में मस्जिद के बाहर जमा हो गए।

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