रासायनिक राखड़ उड़ने से संबंधित क्षेत्र प्रभावित हो रहा पर्यावरण प्रदूषण, एसईसीएल मानिकपुर प्रबंधन की सामने आई घोर लापरवाही..
अत्यधिक राखड़ उड़ने और पानी का छिड़काव नहीं होने से आम लोगों के सेहत और स्वास्थ्य के साथ किया जा रहा खिलवाड़..
राखड़ वेस्टर्न बैरियर के कर्मचारी, वाहन चालक और स्थानीय निवासी रोजाना खा रहे रासायनिक राखड़ धूल, डस्ट और कण
एसईसीएल मानिकपुर के जिम्मेदार अधिकारी राखड़ वेस्टर्न बैरियर का नहीं ले रहे सुध, राष्ट्रीय राजमार्ग पर लग रही राखड़ गाड़ियों की लंबी कतारें..
रिपोर्ट/ जावेद अली आज़ाद
कोरबा। जिला कोरबा के अंतर्गत आने वाली एसईसीएल मानिकपुर पुरानी खदान राखड़ वेस्टर्न बैरियर मैं कार्यरत कर्मचारी और इस क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ग्राम इमली डुग्गू, सीतामढ़ी, मानिकपुर हनुमान चौक, गौ माता रापा खर्रा, भिलाई दादर खुर्द सहित कोरबा सिटी पूरी तरह रखड़ से प्रभावित हो रहे हैं। भारी वाहनों के द्वारा मानिकपुर कोयला पुरानी खदान में राखड़ डंपिंग करने का कार्य प्रभाव पर है। मुख्यतः भारत अल्युमिनियम पावर प्लांट (बालको) एनटीपीसी पावर प्लांट, सीपत पावर प्लांट, श्यामा प्रसाद मुखर्जी पावर प्लांट अन्य राखड़ डेम से भारी वाहनों में राखड़ को लोड कर मानिकपुर पुरानी कोयला खदान में डंपिंग किया जा रहा है। कोरबा चांपा राष्ट्रीय राज मार्ग में अधिकाधिक राखड़ गाड़ियों की खड़ी होने से दुर्घटना होने की स्थिति हरदम बनी रहती है, राखड़ उड़ने से परिवहन कर रहे गाड़ियों में कई बार इस मार्ग में जानलेवा दुर्घटना हो चुकी है। ऐसे ही अत्यधिक राखड़ उड़ने से पर्यावरण प्रदूषण व प्रभावित हो रही है आमजन गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे है। रसायन युक्त राखड़ मानव जीवन , स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, फिर भी सुध मानिकपुर एसईसीएल प्रबंधन नहीं ले रहा है आम जनों के स्वास्थ्य एवं सेहत के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। मानिकपुर एसईसीएल प्रबंधन और पर्यावरण विभाग के जिम्मेदार और जवाबदार अधिकारी अपने जिम्मेदारियों से मुंह मोड़कर खुद के कार्यों व उत्तरदायित्वो का निर्वहन नहीं करते हुए पर्यावरण को प्रदूषित कर कार्यों में खाना पूर्ति किया जा रहा है। इतना ही नहीं, वेस्टर्न बैरियर पर एसईसीएल मानिकपुर के जिम्मेदार एवं जवाबदार अधिकारी राखड़ बैरियर पर पर्यावरण से संबंधित मामले पर जायजा लेने के लिए झांकने तक नहीं आते। बात यहीं खत्म नहीं होती, एसईसीएल प्रबंधन के द्वारा पानी का छिड़काव नहीं करने तथा अत्यधिक राखड़ उड़ने के कारण पुरानी खदान के भीतर जान माल की हानि होने की आशंका बनी हुई है। मानिकपुर एसईसीएल प्रबंधन किसी बड़ी अनहोनी अन्यथा अप्रिय घटना घटित होने का इंतजार कर रहे हैं। इसी तारतम्य में आज उक्त दिनांक को जिला कोरबा कलेक्टर के नाम से ज्ञापन सौंपकर एसईसीएल मानिकपुर प्रबंधन और जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही करने को लेकर शिकायत की गई हैं।