हमीरपुर:कस्बे में दिनभर गरजा बुलडोजर,हटाया अतिक्रमण,खुलेआम लगे भेदभाव के आरोप...
मौदहा हमीरपुर।आएदिन जाम के झाम में फंसने वाली जनता को राहत दिलाने के उद्देश्य से नगरपालिका द्वारा अवैध अतिक्रमण हटाने के साथ ही सड़क के चौरीकरण और विस्तारीकरण का काम किया जाना है जिसको बुधवार को नायब तहसीलदार महेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में बुलडोजर गरजा जिसपर भेदभाव का खुलकर आरोप लगे।वहीं कुछ लोगों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया।
कस्बे में दूकानदारों द्वारा किए गए अवैध अतिक्रमण को हटाने के साथ ही सड़क के विस्तारीकरण और चौरीकरण का काम होना है जिसके चलते तीन चरणों में अतिक्रमण हटाने का पहला चरण बुधवार से नायब तहसीलदार महेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में शुरू हो गया इस दौरान अधिशासी अधिकारी सीमा तोमर और नगरपालिका की टीम के साथ भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।
बताते चलें कि नगरपालिका ने अवैध अतिक्रमण के लिए सड़क के दोनों ओर बने नालों को ही मानक के रूप में माना है जो आमजन के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।यहां सबसे बड़ी बात यह है कि नगरपालिका द्वारा बनाए गए नालों में पहले ही चतुर या रसूखदार दूकानदारों ने भविष्य को देखते हुए नालों को घुमवा दिया है जिसके चलते सड़क से कहीं चार फीट पर नाले हैं तो कहीं चौदह फीट पर।
कस्बे की मुख्य सड़कों पर दूकानदारों द्वारा अवैध अतिक्रमण करने के कारण कस्बे में आएदिन जाम के झाम की समस्या बनी रहती है जिससे आमजन के साथ ही पुलिस और एम्बुलेंस को भी जाम से दो चार होना पड़ता था, उसी मुद्दे को लेकर मौजूदा नगरपालिका अध्यक्ष रजामोहम्मद ने चुनाव में सड़क चौरीकरण करने का वादा किया था उसी वादे को अमली जामा पहनाने के उद्देश्य से कस्बे में तीन चरणों में अवैध अतिक्रमण हटाने का खाका तैयार किया गया था जिसके पहले चरण में मलीकुआ चौराहे से लेकर डा.यादव के मकान तक अवैध अतिक्रमण हटाने का काम किया जाना है जिसका लगभग एक सप्ताह से नगरपालिका द्वारा प्रचार प्रसार किया जा रहा था लेकिन दूकानदारों के कान में जूं तक नहीं रेंगी।
बुधवार को जब नायब तहसीलदार महेंद्र गुप्ता के नेतृत्व में नगरपालिका टीम भारी पुलिस बल के साथ बुलडोजर लेकर पहुंची तो दूकानदारों में हड़कंप मच गया और जैसे ही नगरपालिका का बुलडोजर चलना शुरू हुआ तो दूकानदारों और अधिकारियों के बीच झड़प भी होना शुरू हो गई जिसके चलते कुछ लोगों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है।दूकानदारों का आरोप है कि अगर नगरपालिका को अतिक्रमण हटाना है तो एक तरफ से अभियान शुरू करें लेकिन नगरपालिका द्वारा एक दूकानदार की दूकान तोड़ कर दूसरे दूकानदार को सामान हटाने का समय दिया जा रहा है जो गलत है।इतना ही नहीं कुछ दूकानदारों का आरोप है कि दूकानदारों ने पैसे के बल पर नालियां घुमवा दी हैं नहीं तो उनकी दूकान पर नाली चार फीट और बगल की दूकान पर नाली चौदह फीट दूरी पर कैसे हो गई क्या दस फीट की दूरी पर नाली दस फीट घूम सकती है यह समझ में नहीं आ रहा है।वहीं कुछ दूकानदारों का कहना है कि अगर नगरपालिका को अवैध अतिक्रमण हटाना है तो नाली के बजाए एक मानक निर्धारण कर लें और उसी के साथ अतिक्रमणकारियों पर कार्यवाही करें।
वहीं कुछ कस्बे के जिम्मेदार लोगों के साथ ही कुछ दूकानदारों का मानना है कि थाना चौराहे से नेशनल चौराहे की ओर जाते समय बुलडोजर पंचर हो जाएगा और अभियान ठंडा हो जाएगा।