logo

शाहीबाग में श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ जिनालय का अंजनशलाका प्रतिष्ठा महोत्सव


अहमदाबाद के शाहीबाग स्थित शिवालिक एन्क्लेव सोसाइटी में जैन धर्म की दिव्य आभा और अनंत आस्था का प्रतीक, श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ जिनालय का अंजनशलाका प्रतिष्ठा महोत्सव, अपनी भव्यता और श्रद्धा के साथ समाज को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा रहा है। यह महोत्सव 13 नवंबर से प्रारंभ हुआ और 22 नवंबर को परमात्मा की प्रतिष्ठा और द्वार उद्घाटन के साथ पूर्णता प्राप्त करेगा।

यह ऐतिहासिक आयोजन जैन धर्म के समर्पण, श्रद्धा और धर्म के प्रचार-प्रसार का जीता-जागता उदाहरण है। महोत्सव में जैन समाज के चार परम पूज्य आचार्य भगवंतों – पू.आ.भ.श्री मेघवल्लभ सूरीश्वरजी म.सा., पू.आ.भ.श्री उदयवल्लभ सूरीश्वरजी म.सा., पू.आ.भ.श्री हृदयवल्लभ सूरीश्वरजी म.सा., एवं पू.आ.भ.श्री जीतरक्षित सूरीश्वरजी म.सा., आदि ठाणा – की दिव्य निश्रा महोत्सव को दिव्य बना रही है। उनकी पावन उपस्थिति न केवल भक्तों को आध्यात्मिक ऊर्जा प्रदान कर रही है, बल्कि जिनालय के प्रतिष्ठा महोत्सव को धर्म और भक्ति का एक स्मरणीय पर्व बना रही है।

इस पावन अवसर पर समाज को धार्मिकता में सुदृढ़ता प्रदान करने के लिए पूजा-अर्चना, धार्मिक अनुष्ठान और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। महोत्सव के मुख्य आकर्षणों में 21 नवंबर का परमात्मा प्रतिष्ठा समारोह है, जहां शुभ मुहूर्त में भगवान की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। इसके बाद, 22 नवंबर को जिनालय के द्वार उद्घाटन समारोह का आयोजन होगा, जो इस महोत्सव के अंतिम अध्याय को एक भव्य समापन प्रदान करेगा।

समारोह को भव्यता प्रदान करने के लिए, कई विशिष्ट अतिथि इस महोत्सव में अपनी उपस्थिति से इसे गौरवान्वित कर रहे हैं। अहमदाबाद की मेयर, श्रीमती प्रतिभा बेन शाह, के साथ जैन समाज की जानी-मानी हस्तियां, श्री कुमारपालजी वी शाह और कल्पेश भाई वी शाह, इस पवित्र आयोजन में भाग ले रहे हैं। उनकी उपस्थिति इस आयोजन की गरिमा को और बढ़ा रही है।

महोत्सव में भक्ति और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का विशेष स्थान है। भक्ति संध्या में प्रसिद्ध कलाकार विपुल भाई शाह (पाली) अपनी संगीतमय प्रस्तुतियों से भक्तों को प्रभु भक्ति में सराबोर कर देंगे। वहीं, मेहंदी के कार्यक्रम में अस्मिता शाह अपने भक्ति गीतों से ऐसा समां बांधेंगी कि पूरा वातावरण प्रभु प्रेम और आनंद से भर उठेगा।

शिवालिक एन्क्लेव सोसाइटी के सभी सदस्यों और स्थानीय श्रद्धालुओं ने इस आयोजन को सफल बनाने में दिन-रात का समर्पण दिखाया है। उनकी निष्ठा, सहयोग और अथक प्रयासों ने इस महोत्सव को केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक और प्रेरणादायक आयोजन बना दिया है। यह आयोजन समाज के हर वर्ग को जोड़ने, एकजुट करने और आध्यात्मिकता का संदेश देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

श्री शंखेश्वर पार्श्वनाथ जिनालय का यह प्रतिष्ठा महोत्सव, धर्म और संस्कृति के समर्पण का अमिट प्रतीक है। यह आयोजन न केवल शिवालिक एन्क्लेव, बल्कि पूरे अहमदाबाद और जैन समाज के लिए गौरव का विषय बन गया है। यह महोत्सव उस अमर परंपरा का सजीव चित्रण है, जिसमें धर्म, भक्ति और सामाजिक समरसता का संगम होता है। जैन धर्म की यह गौरवशाली परंपरा आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरणा और मार्गदर्शन प्रदान करती रहेगी।

78
8804 views