सुभारती विश्वविद्यालय में हुआ संवादिनी स्वर वाद्य का आयोजन
मेरठ। स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के ललित कला संकाय के मंच कला विभाग के द्वारा संवादनी पर रागदारी संगीत के व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान के बीज वक्ता पुणे से आये भारतीय विद्यापीठ के अध्यक्ष व सुप्रसिद्ध हारमोनियम वादक प्रोफेसर शारंगधर साठे ने अपनी कला से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। साथ ही सभी विद्यार्थियों का ज्ञान वर्धन भी किया।ललित कला संकाय के प्राचार्य डॉ0 पिन्टू मिश्रा, मुख्य वक्ता प्रोफेसर शारंगधर साठे व मंच कला विभाग की विभागाध्यक्षा प्रो0 डॉ0 भावना ग्रोवर के द्वारा मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। पुणे से आए प्रोफेसर एस0 साठे ने सर्वप्रथम संवादिनी के विषय का बोध छात्रों को कराया। उन्होंने बताया कि किस तरह हारमोनियम पर स्वर मंडल को जोड़ लेने से संवादिनी स्वर व तंत्री वाद्य्य का अविष्कार किया गया। उन्होनें संवादिनी वाद्य्य पर सर्वप्रथम राग तोड़ी व उसके उपरान्त राग झिंझोटी में रागों के अंगों का प्रर्दशन किया। उन्होंने इसके अलावा संवादिनी की तकनीकी बारीकियों को साझा किया । उनके साथ तबले की संगत पर मंच कला संकाय के तबला वादक श्री फरदीन हुसैन खॉ रहे । उनके कार्यक्रम के अंत में संकाय के प्राचार्य डॉ. पिंटू मिश्रा ने विश्वविद्यालय की आरे से विशिष्ट वक्ता को स्मृति चिन्ह व उपहार देकर उनको सम्मानित किया।कार्यक्रम के अन्त में डॉ0 भावना ग्रोवर ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच संचालन विभाग की छात्रा आलिया खान द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में मंच कला विभाग के सभी सदस्यों डॉ श्वेता चौधरी, डॉ इंद्रेश मिश्रा, अभिषेक मिश्रा, डॉ दीपक, निशि चौहान, श्वेता सिंह, भुवन, मेहराज खान, अक्षय शर्मा व फरदीन हुसैन का विशेष योगदान रहा। विभाग के छात्र छात्राओं ने भी कार्यक्रम में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया ।