शिक्षक, संघ की बात नहीं मान अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार रहे हैं।
मुजफ्फरपुर: महासंघ के प्रवक्ता मुकेश कुमार ने कहा कि संघों ने शिक्षकों के हीत के लिए सक्षमता परीक्षा बहिष्कार करने का फैसला लिया और शिक्षकों को सक्षमता का फोर्म भरने से दूर रहने को कहा गया फिर भी शिक्षकों ने काफी जोड़ शोर से आवेदन किया। आवेदन करने के उपरांत शिक्षकों ने कहा के आवेदन तो कर दिया है लेकिन परीक्षा नहीं दूंगा इसके लिए शिक्षकों ने एडमिड कार्ड भी जलाया लेकिन क्या हुआ सभी नियोजित शिक्षक परीक्षा में बैठकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाया।
सक्षमता परिणाम घोषित होने के बाद शिक्षकों ने कहा कि कानसलिंग नहीं कराऊंगा लेकिन सभी सक्षमता पास शिक्षकों ने कानसलिंग भी करा लिया अब आया के 10 अनुमण्डल का आबसन आया है फोर्म ही नहीं भरूंगा अब आप देख लिजिए के कल तक 1.16 लाख शिक्षकों ने फोर्म भी भर दिया है और उम्मीद है के 22 नवम्बर तक सभी पास शिक्षक फोर्म भी भर देंगे।
शिक्षकों के द्वारा संगठन को बार बार ठगने का प्रयास किया जा रहा है और कहते हैं के संगठनों में दम नही है और होगा भी कैसे शिक्षक ही संगठन का रीढ़ होता है और जब रीढ़ ही नहीं तो संगठन काम कैसे करेगा। आप अगर संगठनों का साथ दिया होता तो आज सभी नियोजित शिक्षक बगैर परीक्षा के राज्यकर्मी बन गए होते और हम जो चाहते वही मिलता लेकिन अफ़सोस शिक्षकों ने संगठन का साथ नहीं दिया।