तिजारा डिपो में रोडवेज की मनमानी से महिलाएं एवं बच्चे परेशान
तिजारा डिपो में राजस्थान रोडवेज की मनमानी से महिलाएं और बच्चे हो रहे परेशान
तिजारा में राजस्थान रोडवेज बसों के ड्राइवरो की मनमर्जी से बसों में बैठने वाली महिलाएं, बच्चे और बड़े बुजुर्ग भारी परेशान हो रहे हैं, जिन्हें रोडवेज की गाड़ियां बाईपास पर ही उतार देती है और उन्हें अपने घर तक पहुंचने में बाईपास से तिजारा तक पैदल चल कर ही आना पड़ता है। पिछले कई वर्षों से यह स्थिति यथावत बनी हुई है। इस संबंध में कई बार तिजारा के जागरूक नागरिकों ने रोडवेज प्रबंधन से मिलकर इस बाबत कार्यवाही करने की मांग की है, लेकिन अभी तक किसी के कानों पर जुआं तक नहीं रेंग रही है। शासन, प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को भी इस बाबत कई बार अवगत कराया जा चुका है, लेकिन जनप्रतिनिधि भी वोट मांगने तक ही सीमित हो गए हैं, उन्हें जनता की परेशानी की कोई परवाह नहीं दिखाई दे रही है। आप सोच कर देखिए जिन सवारियों को बाईपास पर ही उतार दिया जाता है उनके साथ बच्चे और सामान होने के बाद वह किस प्रकार से अपने घर पहुंचते होंगे। आपको बता दें कि तिजारा में विश्व का सबसे प्रसिद्ध जैन तीर्थ जैन मंदिर है, जहां भी सवारियां आती है उन सवारियों को भी रात को ही बस डिपो की गाड़ियां बाईपास पर ही उतार देती है उन्हें जैन मंदिर तक पहुंचने में कितना समय और परेशानी होती होगी, जबकि तिजारा में शाम को 6:00 बजे के बाद यातायात के कोई भी साधन उपलब्ध नहीं होते हैं। तिजारा के लोगों ने जल्द ही राजस्थान रोडवेज और संबंधित कर्मचारियों से बसो को तिजारा के अंदर से ले जाने की मांग की है।