एक झूठ और पूरे परिवार का कत्ल... याकूब के दोस्त ने इसलिए सबको मार डाला
बिजनौर के मोहल्ला मिर्दगान की खलीफा कॉलोनी में हुई तिहरे हत्याकांड का बुधवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। पुलिस ने मृतक याकूब के दोस्त नाजिम को गिरफ्तार किया है। नाजिम ने चोरी का सोना पाने के लिए इस तिहरे हत्याकांड को अंजाम दिया था।
वारदात से पहले याकूब ने उसे चोरी का सोने होने की बात कही थी। इसके लालच में वह याकूब के घर चला गया था। पुलिस ने घटना के समय आरोपी की पहनी हुई पेंट शर्ट और चप्पल बरामद की है।
रविवार को मोहल्ला मिर्दगान की खलीफा कॉलोनी निवासी मंसूर उर्फ भूरा (60) पुत्र महबूब, उसकी पत्नी जुबेदा (59), पुत्र याकूब (20) की हत्या कर दी गई थी। इस तिहरे हत्याकांड से क्षेत्र में दहशत फैल गई थी। पुलिस ने मौके से हत्या में इस्तेमाल पेचकस, चाकू, ईंट बरामद की थी। खुलासे के लिए एसपी ने पांच
टीम गठित की थी।
पुलिस ने आरोपी नाजिम को दबोचा
बुधवार को घटना का खुलासा करते हुए एसपी सिटी संजीव वाजपेयी ने बताया कि मंसूर के भाई गुलाम नबी की तहरीर पर चार लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया था। मुकदमे की विवेचना के दौरान आरोपी नाजिम उर्फ नाजू पुत्र सलीम निवासी मोहल्ला मिर्दगान का नाम प्रकाश में आया। बुधवार को पुलिस ने आरोपी नाजिम को दबोच लिया। पूछताछ में उसने बताया कि रविवार रात को पड़ोस में शादी थी।
'मेरे पास चोरी का सोना है'
डीजे पर डांस को लेकर याकूब के साथ उसकी धक्का मुक्की हुई थी। डीजे बंद होने के बाद दोनों बाहर आए और फ्लूड का नशा किया। नशे में याकूब ने कहा कि उसके पास चोरी का सोना है। सोने के लालच में नाजिम उर्फ नाजू, याकूब के घर चला गया और वारदात को अंजाम दिया। घर में चोरी का सोना होने की बात की भी जांच में पुष्टि नहीं हो पाई।
आरोपी की बहन ने धोए खून के धब्बे लगे कपड़े
हत्या के दौरान आरोपी नाजिम की शर्ट पर खून के धब्बे लग गए थे। इसे पहनकर ही वह अपने घर चला गया था। वह कपड़े उसकी बहन ने धोए थे। इसकी पुष्टि आरोपी की बहन ने की। फील्ड यूनिट ने केमिकल के माध्यम से शर्ट और चप्पलों पर रक्त होने की पुष्टि की।
सबसे पहले चाकू से काटा था जुबेदा का गला
आरोपी नाजिम ने बताया कि याकूब के पिता मंसूर ने नशे की हालत में दरवाजा खोला था। दरवाजा खोलने के बाद मंसूर जाकर सो गया। याकूब और नाजिम ने घर में बैठकर खाना खाया। इसके बाद याकूब सो गया। उसने याकूब के कमरे का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। उसने पहले जुबेदा का गला चाकू से काटा। बाद में मंसूर की पेचकस और चाकू से हत्या कर दी। याकूब के सिर में ईंट मारकर और चाकू से गला काट हत्या कर दी। याकूब से झड़प होने पर नाजिम की शर्ट का एक बटन टूट गया था, जो घटनास्थल से बरामद हुआ। तीनों की हत्या करने के बाद उसने घर की तलाशी ली, लेकिन उसे सोना नहीं मिला। इसके बाद दीवार फांदकर घर से बाहर आया और उसने दोबारा नशा किया।
याकूब पर दर्ज था गोकशी का केस
मंसूर उर्फ भूरा के पांच बेटे हैं। मंसूर पर ही चोरी आदि समेत छह मुकदमे दर्ज हैं। उसके बड़े बेटे चांद पर छह केस दर्ज हैं। एक मुकदमे में उसका गैर जमानती वारंट भी जारी हो रखा है। उसके हिस्ट्रीशीटर बेटे जहूर पर गैंगस्टर, गोकशी समेत नौ केस चल रहे हैं। हत्या के आरोप में जेल में बंद मंसूर कबाड़ी के तीसरे बेटे मतलूब पर 12 केस दर्ज हैं। मृतक याकूब पर भी गोकशी का एक केस दर्ज था।
नहीं मिली नामजद लोगों की संलिप्तता
एसपी सिटी संजीव वाजपेयी ने बताया कि इस मामले में फुरकान उर्फ पहिया निवासी मिर्दगान, उसके बेटे, शकील निवासी कांशीराम को नामजद करते हुए चार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी। जिन लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट कराई गई थी, इस हत्याकांड में उन लोगों की संलिप्तता नहीं मिली। साक्ष्य और जांच के आधार पर प्रकाश में आए हत्यारोपी नाजिम को गिरफ्तार किया गया है। उधर, मुकदमे के बाद हिरासत में लिए गए नामजद आरोपियों को छोड़ दिया गया है।
घर में सो रहे कबाड़ी दंपती और बेटे की पेचकस घोंपकर हत्या
आपको बता दें कि बिजनौर के मोहल्ला मिर्दगान की खलीफा कॉलोनी में घर में सो रहे कबाड़ी मंसूर उर्फ भूरा (60), उसकी पत्नी जुबेदा (59) और बेटे याकूब (20) की पेचकस घोंपकर हत्या कर दी गई थी। रविवार की सुबह पति-पत्नी के शव घर के बरामदे में बिस्तर पर और बेटे का शव कमरे में मिला था। पुलिस के अनुसार, पड़ोस में ही दूसरे भाई के साथ रहने वाली मंसूर की मां हसीना घर पहुंची तो वारदात का पता चला। घटनास्थल से पेचकस बरामद किया गया। दोपहर में एडीजी बरेली रमित शर्मा, डीआईजी मुनिराज भी घटनास्थल पर पहुंचे। मंसूर के भाई गुलाम नबी ने फुरकान उर्फ पहिया निवासी मिर्दगान, उसके बेटे शकील निवासी कांशीराम कॉलोनी और दो अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।