गौशाला में गौवंश को भूखा मारकर फिर उनकी हड्डीयों को 5 रूपये किलो बेंचा जा रहा था
बरेली/ ब्लॉक फरीदपुर के क्षेत्र चठिया फैजू में बनी गौशाला जहां गौ वंश को संरक्षण दिया जाता है। जहाँ पर अक्सर आला अधिकारी और मंत्री जाकर गौ पूजा करते रहते हैं। यह मामला चठिया फैजू गौशाला का है। जहां पर बड़ी निर्दयता के साथ गौशाला में गायों का कत्ल कर उनका मांस हड्डीयों का व्यापार किया जाता है। जोकि गाँव के प्रधान और केयरटेकर संबंधित लोग गायों को भूखा मारकर उनकी हड्डियों को 1 गड्डे में एकत्रित कर ₹5 रुपए किलो के हिसाब से उनको चोरी से बेंचते हैं। आज गांगे पुरा गांव के एक गौरक्षक ने ग्राम वासियों की मदद से गौवंश का मांस व हड्डीयां ले जा रही एक पिकप गाड़ी को रोक लिया। गाड़ी को रोकने के बाद एक चालक और एक परिचालक को ग्राम वासियों ने मौके पर ही पकड़ लिया उनके पीछे चल रहे गौवंश के दलाल तस्कर के साथ उनके सहयोगी ग्राम प्रधान पति चटिया फैजू ने मौके से उनको भगाने में पूरी मदद की। यहां तक कि गाड़ी पकड़ने वाले गौ रक्षक के साथ अभद्रता की उसका मोबाइल छीन लिया। मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार राजस्व विभाग की टीम थाना फतेहगंज पूर्वी पुलिस ने गौ रक्षकों साथ गौशाला का हाल देखने को गौशाला में जाने की हिम्मत नहीं की और ना ही किसी गौ रक्षक को गौशाला जाने की अनुमति नही दी। गौशाला में जाने के प्रयास को लेकर पुलिस द्वारा जगह-जगह पर ग्राम वासियों व मौके पर पहुंचे गौरक्षकों को रोका गया। ज़ब गौ रक्षकों ने गौशाला में घुसकर हालात देखने की ज़िद की तो पुलिस बल का प्रयोग किया गया। जिसे प्रदेश अध्यक्ष राष्ट्रीय गौरक्षा संघ के पंडित अजीत शर्मा ने पुलिस प्रशासन के इस रवइये को बहुत ही निंदनीय बताया और कहा कि यह बहुत ही निंदनीय घटना है। जबकि इसी जिले के एक महानुभाव पशुधन मंत्री भी कहे जाते हैं। उक्त घटना से गौरक्षकों में गौवंश के हालात देखकर रोष व्याप्त है।