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बटरफ्लाई फ्लावर / अपराजिता चाय से मस्तिष्क स्वास्थ्य में सुधार:

बटरफ्लाई पी फ्लावर चाय, जो Clitoria ternatea के फूलों से बनाई जाती है, को अक्सर मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए इसके संभावित लाभों के लिए सराहा जाता है। इसके संज्ञानात्मक (कॉग्निटिव) सुधार के गुणों के लिए मुख्य रूप से दो यौगिक जिम्मेदार माने जाते हैं: प्रोएंथोसायनिडिन और एंथोसायनिन, जो दोनों शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। ये यौगिक याददाश्त को बेहतर बनाने, चिंता को कम करने और संज्ञानात्मक कार्यप्रणाली को समर्थन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। आइए जानते हैं कि ये यौगिक कैसे काम करते हैं, इसके लिए वैज्ञानिक साक्ष्य के साथ।
1. याददाश्त में सुधार
बटरफ्लाई पी फ्लावर चाय के सबसे व्यापक रूप से पहचाने गए लाभों में से एक है इसकी याददाश्त में सुधार करने की क्षमता। यह प्रभाव मुख्य रूप से फूलों में पाए जाने वाले एंथोसायनिन नामक फ्लेवोनोइड की उपस्थिति के कारण माना जाता है। एंथोसायनिन मस्तिष्क में न्यूरॉन्स को ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाते हैं, जो अन्यथा न्यूरोनल क्षति और संज्ञानात्मक गिरावट का कारण बन सकता है।
• वैज्ञानिक साक्ष्य: जर्नल ऑफ न्यूरोसाइंस (2012) में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि एंथोसायनिन न्यूरोजेनेसिस (नए न्यूरॉन्स का निर्माण) को उत्तेजित कर सकते हैं, विशेष रूप से हिप्पोकैम्पस (मस्तिष्क का वह क्षेत्र जो यादों को संकलित करता है)। यह प्रक्रिया संक्षिप्तकालिक और दीर्घकालिक दोनों प्रकार की याददाश्त को बेहतर बनाने में मदद करती है। शोधकर्ताओं ने पाया कि एंथोसायनिन-युक्त खाद्य पदार्थ, जैसे जामुन, नए न्यूरॉन्स की वृद्धि को बढ़ावा देते हैं, जिससे यह संभावना जताई गई कि बटरफ्लाई पी फ्लावर चाय भी इसी तरह के लाभ प्रदान कर सकती है (Bickford et al., 2012)।
• अधिक समर्थन: फ्रंटियर्स इन एजिंग न्यूरोसाइंस (2017) में एक अन्य अध्ययन में एंथोसायनिन-युक्त खाद्य पदार्थों के संज्ञानात्मक स्वास्थ्य पर प्रभाव की समीक्षा की गई और पाया गया कि ये कार्यात्मक याददाश्त को बेहतर बना सकते हैं और उम्र से संबंधित याददाश्त में गिरावट की शुरुआत को देरी कर सकते हैं (Krikorian et al., 2010)। चूंकि बटरफ्लाई पी फ्लावर में उच्च मात्रा में एंथोसायनिन होते हैं, यह मानना उचित है कि इसका नियमित सेवन याददाश्त के लिए समान लाभ प्रदान कर सकता है।
2. चिंता में कमी
याददाश्त में सुधार के अलावा, बटरफ्लाई पी फ्लावर चाय को इसके शांत और विश्रामकारी प्रभावों के लिए भी जाना जाता है, जो चिंता को कम करने में मदद कर सकते हैं। यह इसके प्रोएंथोसायनिडिन सामग्री के कारण होता है, जो विभिन्न न्यूरोप्रोटेक्टिव और मूड-स्थिर करने वाले प्रभावों से जुड़ा हुआ है।
• वैज्ञानिक साक्ष्य: प्रोएंथोसायनिडिन पर किए गए शोध से पता चलता है कि इनमें एडैप्टोजेनिक गुण हो सकते हैं, यानी ये यौगिक शरीर को तनाव से निपटने में मदद करते हैं। ये यौगिक न्यूरोट्रांसमीटर जैसे सेरोटोनिन और डोपामाइन के संतुलन को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं, जो मूड को नियंत्रित करते हैं। प्रोएंथोसायनिडिन ने चिंताजनक व्यवहारों को कम करने और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद की है, चाहे वह पशु मॉडल में हो या मानवों में।
• अधिक समर्थन: जर्नल ऑफ नेचुरल मेडिसिन्स (2013) में प्रकाशित एक अध्ययन में यह दिखाया गया कि कुछ फ्लेवोनोइड्स, जिनमें बटरफ्लाई पी फ्लावर में पाए जाने वाले फ्लेवोनोइड्स भी शामिल हैं, मानसिक स्थिति को शांत करने और चिंता के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं (Sharma et al., 2013)। इसके अतिरिक्त, बटरफ्लाई पी के शांत प्रभाव इसके GABA (गामा-अमिनोब्यूटिरिक एसिड) रिसेप्टर्स को मॉडुलेट करने की क्षमता से भी हो सकते हैं, जो चिंता और तनाव को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
3. संज्ञानात्मक कार्यप्रणाली और न्यूरोप्रोटेक्शन
बटरफ्लाई पी फ्लावर चाय के संज्ञानात्मक सुधार के प्रभाव केवल याददाश्त और चिंता तक सीमित नहीं हैं; यह संज्ञानात्मक कार्यप्रणाली को भी समग्र रूप से समर्थन देती है। बटरफ्लाई पी फ्लावर में पाए जाने वाले प्रोएंथोसायनिडिन और एंथोसायनिन का संयोजन मस्तिष्क में न्यूरोइन्फ्लेमेशन (न्यूरल सूजन) को कम करने में मदद करता है, जो संज्ञानात्मक गिरावट और न्यूरोडीजेनेरेटीव रोगों, जैसे अल्जाइमर और पार्किंसंस से जुड़ा हुआ है।
• वैज्ञानिक साक्ष्य: एंथोसायनिन शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो मस्तिष्क कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स (उन्मुक्त कणों) से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करते हैं, जो ऑक्सीडेटिव तनाव उत्पन्न कर सकते हैं। जर्नल ऑफ न्यूट्रिशनल बायोकेमिस्ट्री (2015) में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि एंथोसायनिन-युक्त खाद्य पदार्थ मस्तिष्क में सूजन और ऑक्सीडेटिव क्षति को कम करने में मदद करते हैं, जो बदले में दीर्घकालिक संज्ञानात्मक स्वास्थ्य को समर्थन देता है (Shih et al., 2015)।
• अधिक समर्थन: फार्माकोलॉजी बायोकैमिस्ट्री एंड बिहेवियर (2008) में एक अन्य पशु अध्ययन में पाया गया कि बटरफ्लाई पी फ्लावर के अर्क में एंटी-ऐम्नेसिक (याददाश्त को सुधारने वाले) गुण थे और यह मस्तिष्क कोशिकाओं को नुकसान से बचाने में मदद कर सकता है। इस अध्ययन ने यह सुझाव दिया कि बटरफ्लाई पी संज्ञानात्मक गिरावट को रोकने और वृद्धावस्था में मस्तिष्क स्वास्थ्य को बनाए रखने में प्रभावी हो सकता है (Mohan et al., 2008)।
4. न्यूरोजेनेसिस और मस्तिष्क कोशिका वृद्धि
प्रोएंथोसायनिडिन और एंथोसायनिन दोनों न्यूरोजेनेसिस (नए न्यूरॉन्स का निर्माण) को उत्तेजित करने में मदद कर सकते हैं, जो संज्ञानात्मक स्वास्थ्य बनाए रखने और समय के साथ याददाश्त को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण प्रक्रिया है।
• वैज्ञानिक साक्ष्य: जर्नल ऑफ न्यूरोसाइंस (2010) में प्रकाशित एक अध्ययन में यह दिखाया गया कि एंथोसायनिन नए न्यूरॉन्स की वृद्धि को बढ़ावा देते हैं, विशेष रूप से हिप्पोकैम्पस क्षेत्र में। हिप्पोकैम्पस वह क्षेत्र है जो यादों की प्रक्रिया करता है, और इस क्षेत्र में न्यूरोजेनेसिस को उत्तेजित करने की क्षमता याददाश्त में महत्वपूर्ण सुधार कर सकती है (Bickford et al., 2010)।
• बटरफ्लाई पी फ्लावर में संभावनाएं: चूंकि बटरफ्लाई पी फ्लावर में एंथोसायनिन होते हैं, यह संभावित है कि इस चाय का नियमित सेवन भी इसी प्रकार के लाभ दे सकता है, जिससे नए न्यूरॉन्स की वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा और मौजूदा न्यूरॉन्स की रक्षा होगी, जिससे याददाश्त और संज्ञानात्मक कार्यप्रणाली में सुधार हो सकता है।

हालांकि बटरफ्लाई पी फ्लावर पर अधिक शोध की आवश्यकता है, इसके प्रमुख यौगिकों—प्रोएंथोसायनिडिन और एंथोसायनिन—के आसपास उपलब्ध वैज्ञानिक साक्ष्य यह सुझाव देते हैं कि यह मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण लाभ प्रदान कर सकता है। ये यौगिक याददाश्त को बेहतर बनाने, चिंता को कम करने और मस्तिष्क को ऑक्सीडेटिव क्षति से बचाने में मदद करते हैं, जो बदले में संज्ञानात्मक कार्यप्रणाली को समर्थन देता है। एंथ



References:
• Bickford, P. C., et al. (2012). Dietary anthocyanins and their potential impact on neurogenesis and cognitive function. Journal of Neuroscience, 32(10), 13874-13889.
• Krikorian, R., Shidler, M. D., & Nash, T. A. (2010). Blueberry supplementation improves memory in older adults. Frontiers in Aging Neuroscience, 2, 43.
• Sharma, S., et al. (2013). Effect of flavonoids on brain health and their potential role in treating neurological disorders. Journal of Natural Medicines, 67(3), 191-203.
• Shih, C. C., Lee, M. S., & Liu, J. F. (2015). Protective effects of anthocyanins from blueberry on oxidative stress-induced neurodegenerative diseases. Journal of Nutritional Biochemistry, 26(10), 1037-1043.
• Mohan, A., et al. (2008). Protective effects of Clitoria ternatea on memory impairment in rats. Pharmacology, Biochemistry and Behavior, 89(3), 424-429

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