अज्ञात कारणों से लगा आग, किसान के धान मिंजई के एक दिन पहले लगा आग जलकर सब खाक।
""ये किसान आनंद सरकार जी है (PV67) जानकारी मिली जो अपाहिज़ भी है थोड़ी सी ज़मीन है जिसके भरोसे पूरा परिवार जीवन जापन करता है दिन रात मेहनत कर धान की फसलों को काट कर आज मिंजाई करना था पर आज जब किसान सुबह खेत पंहुचा तो इनके कटे हुए धान आग से पूरी तरह जलकर ख़ाक हो चूका था किसान का रो रो कर बुरा हाल है अब ये ठण्ड के मौसम में आसपास कोई घर नहीं न कही आग खुद से लग सकती है ऐसा कुछ ग्रामीणों को मिला नहीं अब ये आग कैसी लगी या लगाई गई ये ग्रामीणों में चर्चे का विषय बना हुआ है ""पर सवाल ये है की आग लगने की वजह भले ही मिल जाएगी पर इस किसान के नुकसान की भरपाई आख़िर करेगा कौन जिन्होंने पुरे साल की मेहनत मानो एक पल में खो दिया हो इस किसान के आँखो से टपकता आँसुओ का एक एक बूंद की क़ीमत किसी को न किसी को भरना ही होगा।