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नाथद्वारा नगर पालिका के हाल बेहाल, जनप्रतिनिधियों की नहीं चल रही, जनता की कौन सुने, पालिका में सत्तासीन कांग्रेसी पार्षदों ने दिया धरना, विधायक के खिलाफ फूटा आक्रोश, श्रेय लेने की नियत से भाजपा नहीं करवा रही बोर्ड की बैठक, अटके विकास कार्य,

नाथद्वारा नगर पालिका में प्रचंड बहुमत से सत्तासीन कांग्रेस का बोर्ड राज्य में सरकार बदलते ही इतना मजबूर हो गया की आम जनता के दैन्यदिन एवं मूलभूत आवश्यकताओं के कार्यो के लिए भी विधायक और प्रतिपक्ष नेता का मुंह ताकना पड़ रहा है।
बहुमत के बावजूद कांग्रेस पार्षद इतने मजबूर हैं की सफाई पानी बिजली के लिए भी भाजपा के प्रतिपक्ष नेता और विधायक की अनुशंसा का इंतजार कर रहे हैं। भाजपा सरकार से सहयोग नहीं मिलने से असंतुष्ट होकर पार्षदों के साथ नगर पालिका भवन के मुख्य द्वार पर धरने पर बैठे पालिका अध्यक्ष मनीष राठी ने विधायक एवं नेता प्रतिपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि नाथद्वारा के विकास कार्य के नाम पर भी भाजपा द्वारा राजनीति की जा रही है जिससे मूलभूत सुविधा संबंधित विकास के कार्य अटक रहे हैं। राठी ने बताया कि
विगत तीन महीनो से बोर्ड की मीटिंग आहूत करने के लिए। उन्होंने बार-बार आयुक्त से कहा पर विधायक के इशारे पर जानबूझकर बोर्ड की बैठक नहीं होने दी जा रही है इससे मजबूर होकर गुरुवार को पालिका में प्रचंड बहुमत से सत्ताधारी कांग्रेस के पार्षदों को मजबूर होकर धरना देना पड़ा हैं।
सारे नियम कानून कायदे होने के बावजूद सत्ता के इशारे पर आयुक्त बोर्ड बैठक नहीं होने दे रहे हैं जबकि बोर्ड बैठक के अभाव में अनेक महत्वपूर्ण विकास के कार्य अटके हुए हैं
हालात इतने बद् से बदत्तर हैं कि अपने आवास के पट्टे के लिए सैकड़ो आशार्थी पट्टा मिलने की बाट जो रहे हैं परंतु बीजेपी यह चाहती है कि नगर पालिका चुनाव बाद उनके बोर्ड के द्वारा कांग्रेस के कार्यों का श्रेय लेकर पट्टे देकर वोटो की राजनीति की जाए ।
नाथद्वारा नगर पालिका बोर्ड के अंदर लोकतंत्र का इस तरह खुले तौर पर मखौल उड़ाया जा रहा है I विकास कार्यों के हालात तो यह है कि पूर्व में हो चुके टेंडर भी बिना किसी कारण के आयुक्त मनमर्जी से निरस्त कर रहे हैं। राठी के नेतृत्व में धरना दे रहे कांग्रेसी पार्षदों ने
इन सब हालात के लिए नेता प्रतिपक्ष एवं विधायक को दोषी मानते हुए उनके खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। वैसे आम लोगों का मानना है कि इन सब हालात के लिए कांग्रेस के तेजतर्रार नेता सीपी जोशी स्वयं जिम्मेदार है जब उनके गृह क्षेत्र के अंदर यह हालत हो रहे हैं और वह जयपुर के अंदर बैठकर सिर्फ तमाशा देख रहे हैं। इस संबंध में पालिका आयुक्त सौरभ जिंदल ने बताया कि वो नियमानुसार कार्रवाई उचित निर्णय लेंगे। बहरहाल राज्य में भाजपा सरकार व कांग्रेस शासित पालिका बोर्ड के बीच आपसी टकराव का आम जनता खामियांजा भुगत रही है

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