डूबते सूर्य को दिया गया सायंकालीन अर्घ्य
सीतापुर/सुनील गुप्ता/7नवम्बर
लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का आज तीसरा दिन था. आज के दिन डूबते सूर्य को सायंकालीन अर्घ्य दिया गया । सीतापुर अहारा तालाब के छठ घाट पर शाम के समय व्रती महिलाएं पूरी निष्ठा भाव से भगवान भास्कर की उपासना में बैठी थीं।व्रतियों ने पानी में खड़े होकर ठेकुआ, गन्ना समेत अन्य प्रसाद सामग्री से सूर्यदेव को अर्घ्य दिया और अपने परिवार, संतान की सुख समृद्धि की प्रार्थना की।
आज सूर्यास्त का समय शाम 5 बजकर 31 मिनट पर था. आज इसी समय पर छठ पर्व के तीसरे दिन सूर्य भगवान को पहला अर्घ्य दिया गया. इसे अस्ताचलगामी सूर्य अर्घ्य कहा जाता है, जिसका अर्थ है ढलते हुए सूर्य को अर्घ्य देना.
इस अवसर पर सीतापुर के कई परिवार के लोगों ने छठ घाट पर गन्ना समेत पूजा सामग्री के साथ अत्यंत व्यवस्थित तरीके से कतारबद्ध अपना अपना आसन ग्रहण कर रखा था ।जहां सभी भक्तगण यथाशक्ति इच्छा अनुसार फल फूल चढ़ाते हुए छठ मैया का आशीर्वाद लेते नजर आए।
इस अवसर पर गंगा आरती ने श्रद्धालुओं का मन मोह लिया।पिछले सालों से इस बार का छठ घाट विशेष रूप से साफ सुथरा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन से मनमोहक छटा युक्त था।