Rahul said
“हम अपने आस-पास नज़र दौड़ाएं तो हर दिन हमें कई ऐसे लोग मिल जाएंगे जो अपने हुनर से हमारा काम आसान कर रहे होते हैं। हम अपनी हर छोटी-बड़ी ज़रूरतों के लिए उन पर निर्भर होते हैं। वे न हों तो हमारा जीना मुश्किल हो जाएगा।
लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि समाज में ऐसे हुनरमंद लोगों की इज़्ज़त नहीं होती। जो अपने हुनर से, अपनी समझ से, अपने ज्ञान से इस देश को चलाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं, उनके ही काम को छोटा समझा जाता है।
सरकार की तरफ़ से भी उन्हें न तो किसी तरह की सुरक्षा मिलती है और न ही प्रोत्साहन मिलता है। जबकि उनके काम चुनौतीपूर्ण और कठिनाइयों से भरे होते हैं। “
मेरी प्राथमिकता हुनर को हक़ दिलाने की है। मैं इन मेहनतकश और हुनरमंद लोगों को न्याय दिलाने के लिए आवाज़ उठा रहा हूं और आगे भी उठाता रहूंगा।