सड़क निर्माण में घोर अनियमितता, अधिकारी नहीं देते ध्यान |
नोनीहाट/मनीष शर्मा जरमुंडी प्रखंड अंतर्गत भालकी से सिमरा तक अंदरूनी क्षेत्रों में निवास करने वाले ग्रामीणों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के उद्देश्य से सड़कें बनाई जा रही है, जिसका निर्माण कार्य भी बहुत जोर-शोर से चल रहा है। किन्तु इन सड़कों के निर्माण कार्य में निर्माण के साथ ही घोर अनियमितता बरती जा रही है।भालकी से लेकर सिमरा तक जाने वाली ( 8.4 किमी ) सड़क का निर्माण हो रहा है जिसकी लागत करोड़ो में है। जिसके अंतर्गत ग्राम भालकी से ग्राम लगवा तक पिचिंग कार्य चालू है, लेकिन संबंधित कार्य एजेंसी अपने मुनाफे के चक्कर मानक के विपरित कार्य को अंजाम देने में युद्धस्तर पर जुटे हुए हैं, और स्टीमेट को ताख पर रखकर योजना में काम कर रहे है और पिचिंग कार्य इतना बेकार है कि कहीं पर एक इंच, कहीं पर दो इंच, तो कहीं पर तीन इंच पिचिंग किया जा रहा है | जिसका नतीजा ये हो रहा है कि सड़क निर्माण कार्य के 24 घण्टो के अंदर ही सड़क उखड़ने लगी है और जगह जगह दरारे आने लगी हैं। ग्रामीणों के अनुसार ये पिचिंग कार्य संवेदक द्वारा रात के अंधेरे में किया जा रहा है ताकि कोई भी ग्रामीण इस कार्य को ना देख पाए और ना ही सवाल खड़े कर सके। विभाग द्वारा बनाई गई इन सड़को का जिनमे संवेदक द्वारा पांच साल की गारंटी की अवधि दी जाती है, पर महज 24 घंटे में ही अगर नवनिर्मित सड़क उखड़ने लगे तो यहाँ बहुत से सवाल खड़े होते हैं। जो की विकाश के कार्य में बाधा बन रहे है |