एक तड़प मेरा भी कोई सुन लेता।
ख़ामोश क्यों दीवारें वजह ढूंढ देता।।
हर तरफ घोर पाप की पश्चाताप है।
अंतर्मन में लगी आग ही आग है।।
छत्तीसगढ़ राज्य एक समय सबसे शांत धान के कटोरा राज्य के रूप में जाना पहचाना जाता था, यहां निवासरत लोगों को छत्तीसगढ़िया के नाम से जाना पहचाना जाता था, यहां पर प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण मेहनतकश किसान जंगलों पहाड़ों नदी नालों और धार्मिक स्थलों से भरा-पूरा राज्य हुआ करता था । हर क्षेत्र में बहुत शांति सद्भावना का माहौल हुआ करता था ऐसा लगता था चारों ओर वास्तव में यहां राम राज्य हैं। यहां के लोग एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे एक दूसरे की समस्याओं को मददगार बनकर आगे आते थे। कोई भूखा नहीं रहता था सब ओर शांति ही शांति थी।
कभी कभार यदा कदा कोई वारदात कहीं से सुनने को मिल जाता तो चर्चा का विषय बन जाता था, पर आज हालात बदल से गए हैं, आऐ दिन कही मारपीट, मर्डर, मर्यादा भंग, चोरी सीनाजोरी, अपहरण, डकैती वसुली से लेकर स्मगलिंग सब आम सा हो गया है। ऐसा लगता है मानो शासन प्रशासन का इस पर कोई कंट्रोल नहीं है । पुलिस का डर अपराधियों पर तनिक भी नहीं है जों संदेह को जन्म दे रहा, जिस प्रकार बिलासपुर में जीआरपी थाने के कुछ पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से गांजा तस्करी की वारदातें सामने आई है, हाल में हुए सूरजपुर कांड कितना हृदय विदारक था दिल दहल उठता है ऐसा लगता है अपराधियों के हौसले बुलंदी पर हैं और सत्ता का कंट्रोल भी कमतर नजर आ रहा है।
छत्तीसगढ़ राज्य धीरे धीरे जाति वाद के चंगुल में भी धंसता दिखाई दे रहा है हिंदू मुस्लिम समुदाय के विवाद, धर्मांतरण, लव जिहाद, इसके अलावा बेतहाशा बढ़ोतरी जमीन की कीमत के कारण कब्जा करने की होड़ लगी है। जहां सरकारी कीमती जमीन में एक वर्ग विशेष के लोग कब्जा कर धर्म स्थलों में तब्दील कर रहे हैं। इससे साबित होता है कि कहीं न कहीं सत्ता का संघर्ष भी इसके लिए जिम्मेदार है । सत्ताधिस और सत्ता से जुड़े लोग भी इनका मौन समर्थन करते हैं
आज दूसरे राज्यों के अपराधियों का आरमगाह बनता शांति के टापू छत्तीसगढ़ को नजर लग गई है । अपराध का अड्डा बनता जा रहा है ऐसा कोई दिन नहीं होता जब कहीं कोई वारदात न हो पेपर के फ्रंटलाइन में भी यही होता है अमुक अमुक स्थान पर लुट, मर्डर, तस्करी, चोरी हो गई अपराधी फरार है। इन सबके लिए कहीं न कहीं पुलिस प्रशासन जिम्मेदार है, जो अपराधियों पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है ।
जनता वर्तमान भारतीय जनता पार्टी की सरकार को भरपूर वोट देकर सत्ता में बिठाया और उम्मीद भरी नजरों से उनके नुमाइंदों से उम्मीद कर सत्ता सीन इसी लिए किया था कि सरकार बदलते ही फिर वही छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़िया के लिए कहावतें चरितार्थ होगा जो पहले हुआ करता था।
सरकार से जुड़े लोग और मंत्रियों, पुलिस प्रशासन से करबद्ध प्रार्थना है प्रदेश में अपराध और अपराधियों पर ईमानदारी पूर्वक नकेल कस कर कार्यवाही करे और अपनी कानुनों का सही ढंग से पालन करें।
" बोरे बासी खावत हे,जांगर भर कमावत हे "
"कोरा में दाई के बोहवत हावै दौलत के दरिया" ।
"सबला अपन सबझथे,अब्बड़ मया करथे ",
"तभे कहाथे छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया" ।।
👏 जय छत्तीसगढ़ महतारी, जय जोहार 👏