कौमी एकता का मिसाल बना है हजरत मदर सलामी पीर का मजार सासाराम में उर्स मुबारक के मौके पर हिंदू मुस्लिम भीड़ देखी गई
हजरत मदार सलामी पीर का उर्स मुबारक बेहद मुसर्रत के साथ मनाया गयावारिस अली वरिष्ठ पत्रकारसासाराम में हजरत मदार सलामी पीर का 27 उर्स मोबारक बेहद जश्न एवं मुसर्रत के साथ बुधवार को मनाया गया जिसमें गांव एवं शहरी इलाके के मुस्लिम हिंदू परिवार के मर्द औरत हजारों की संख्या में पहुंचे थे दोपहर में शहर से चादर निकाला और मजार शरीफ पर पहुंचा जहां सभी लोगों ने चादरपोशी के वक्त हिस्सा लिया मुरारी लोगों ने अपनी कई तरह के मनत को पूरा करने के लिए दुआ भी की और कराई जनाब जफर इकबाल अशरफी साहब ने सभी के सामने अपनी तहरीर पेश किया उन्होंने कहा कि आप लोग जहां भी वाली के दर पर जाएं एतराम के साथ पाकीजी को रखें औरतें अपने सर पर आंचल रखें और चादर को नापाक हाथों से न छुए उन्होंने यह भी बताया कि हम आंसुओं के साथ दर पर दुआ करते हैं कि हमारे हिंदू मुस्लिम घरों में जो शादी के इंतजार में बच्चियों बैठी है उनकी शादी बिना मांग और दहेज के अच्छे रिश्ते के साथ हो जाए जो लोग बी औलाद हैं उन्हें औलाद फरमाए जो बीमार है उन्हें बीमारी से निजात मिल जाए जो परेशान हाल है उनकी परेशानी दूर हो जाए जिन लोग जो भी मुराद अपने लिए मांगने आए हैं उनकी मुरादे अल्लाह पाक पूरी करें उन्होंने दुआ में कहा कि पूरे मुल्क में अमन चैन बना रहे हिंदुस्तान के हर लोग खुशी के साथ रहते हुए एकता और भाईचारे का मिसाल पेश करें जो आज यहां देखने को मिल रहा है उर्स मुबारक बड़े ही खूबसूरती और कामयाबी के साथ मनाया गया इस मौके पर नात खान हजरत सगीर खान साहब ने अपनी बेहतरीन आला दर्जे के नातिया कलाम को सुनाया और माहौल को खुशनुमा बना दिया हजारों लोगों ने नारे तकबीर की आवाज बुलंद की उनके दर्दनाक तहरीर को सुनकर बहुत लोगों के आंखों में आंसू भर गए हजरत जफर इकबाल अशरफी के द्वारा पूरे मुल्क के तरक्की के लिए भी दुआ की कमेटी के लोगों ने हमारे वरिष्ठ पत्रकार वारिस अली को बताया कि रात में यूपी के दो दो कव्वालों का प्रोग्राम रखा गया है इसके बाद लंगर सभी को दिया गया जुम्मे रात के दिन फातिहा और कुरान पढ़ने का का नजम किया गया है जिसमें शहर के आवामी लोग शामिल होंगे