logo

शिक्षा विषय से जिनका सम्बन्ध नहीं वे बने व्याख्याता चयन पैनल में शिक्षा विषय विशेषज्ञ : जी.जी.टी.यू.

बांसवाड़ा: गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय के प्राचार्य और सहायक आचार्य के चयन हेतु पैनल में ऐसे विषय विशेषज्ञ व वरिष्ठ आचार्य को सम्मिलित किया गया है जिनका शिक्षा स्नातक कार्यक्रम से दूर-दूर तक नाता नहीं है शिक्षा स्नातक कार्यक्रम के प्राचार्य व सहायक आचार्य के चयन हेतु विभिन्न विश्वविद्यालय में शिक्षा के क्षेत्र में जिनका अनुभव है उनको स्टाफ सलेक्शन पैनल में सम्मिलित किया जाता है लेकिन जी.जी.टी.यू विश्वविद्यालय के द्वारा प्रतापगढ़ के एक निजी बी.एड कॉलेज के लिए जो पैनल उपलब्ध कराया गया है उनमें किसी के पास भी न बी .एड. कक्षाओं को पढ़ाने का अनुभव है , न ही शिक्षा अधि स्नातक की डिग्री है और न ही शिक्षा विषय में पीएचडी की उपाधि है उपरोक्त विषय विशेषज्ञ की शैक्षिक योग्यता यु.जी. सी. के अनुसार है जबकि अध्यापक शिक्षा कार्यक्रम के लिए स्टाफ चयन में कम से कम एन.सी. टी. ई. के अनुसार शैक्षिक योग्यता व शिक्षा के क्षेत्र में अनुभव तो रखे फिर कैसे शिक्षण शास्त्रीय विषय के सहायक आचार्य के पद हेतु योग्य व्यक्तियों का चयन किया जा सकेगा ? साथ ही बांसवाड़ा, डूंगरपुर ,प्रतापगढ़ में लगभग चालीस कॉलेज शिक्षा संकाय कार्यक्रम का संचालन करते हैं उनमें से विश्वविद्यालय को एक भी योग्य व्यक्ति नहीं मिल पाया यह आश्चर्य है जबकि यहां पर बीस वर्ष से बी.एड.कॉलेज में कार्यरत प्राचार्य है सह आचार्य है जिन्हें नजर अंदाज कर विश्वविद्यालय के द्वारा प्रदेश से बाहर के विषय विशेषज्ञ बुलाकर पैनल गठित कर अनुमोदन का कार्य किया जा ओर मनचाहा लाभ दिया जा रहा है जो नियमों से परे है विश्वविद्यालय यहां के अनुभवी कार्यरत प्राचार्य और सह आचार्य को पैनल में सम्मिलित करें इससे पूर्व कुलपति के द्वारा भी पैनल बनाए गए थे उसमें शिक्षा संकाय के अनुभवी प्रोफेसर और सह आचार्य को सम्मिलित किया गया था l जनजाति क्षेत्र में गोविंद गुरु विश्वविद्यालय को स्थापित करने के पीछे उद्देश्य यह था कि यहां पर कार्यरत प्राचार्य , सहायक आचार्य का भविष्य में उनके अनुभवों का लाभ लेकर विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाया जा सके लेकिन वर्तमान माननीय कुलपति के द्वारा यहां के अनुभवी शिक्षा क्षेत्र के प्रोफेसर को सम्मिलित न कर विश्वविद्यालय के उद्देश्य को वरीयता नहीं दी जा रही जो उचित नहीं है l

26
796 views