
रेलवे के बैकबोन समझे जाने वाले ट्रैक मेंटेनर के मौलिक अधिकारों के लिए होगी आर पार की लड़ाई E.C.R.K.U
ट्रैकमेंटेनर के मौलिक अधिकारों के लिए होगी आर पार की लड़ाई-ईसीआरकेयू
वारिस अली डेहरी ऑन सोन
रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग में कार्यरत लाखों ट्रैकमेंटेनर के मौलिक अधिकारों एवं उनके वाजिब हक के लिए ईस्ट सेन्ट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन एवं ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन केंद्र सरकार से दो-दो हाथ करने को है ओपन टू ऑल एवं उच्चतम ग्रेड पे तक ट्रैक मेंटेनर की पदोन्नति सहित विभिन्न प्रकार की सुविधाओं के लिए केंद्र सरकार से होगी आर पार की लड़ाई। सरकार की दोयम दर्जे की नीति का होगा जमकर विरोध। उक्त बातें औरंगाबाद स्टेशन पर रेलवे में सबसे ज्यादा मेहनतकश व रेलवे की बैकबोन समझे जाने वाले ट्रैकमेंटेनर कर्मियों को संबोधित करते हुए इसीआरकेयू डेहरी ब्रांच के अध्यक्ष वीरेंद्र पासवान ने की।
उन्होंने कहा कि ओपन टू ऑल ट्रैकमेंटेनर कर्मियों की सबसे बड़ी ज़रूरत हैं और इस मौलिक अधिकार के लिए एआईआरएफ एवं इसीआरकेयू लगातार संघर्षरत है। केन्द्र सरकार और रेलवे बोर्ड से विभिन्न स्तरों पर एआईआरएफ ने दबाव बना रखा है लेकिन केन्द्र सरकार की श्रमिक विरोधी नीतियों के कारणों से रेलवे बोर्ड व सरकार येन-केन प्रकरण इस मुद्दे पर स्पष्ट रूख नही दिखा पा रही है। लेकिन अब ईसीआरकेयू व फेडरेशन चुप नही बैठेगा।अब केन्द्र सरकार से होगी आर पार की लड़ाई। उच्चतम ग्रेड पे तक पदोन्नति, विभिन्न प्रकार की सुरक्षा तंत्र सहित अनेकों सुविधाओं से ट्रैक मेंटेनर कर्मियों को लैश करना होगा।
यूपीएस में गारंटी पेंशन के अलावा भी 10% कर्मियों के अंशदान को लाभांश सहित वापसी तथा 20 वर्ष की सेवा अवधि दिलाना भी एआईआरएफ एवं इसीआरकेयू की प्राथमिकता है इसे भी हम सरकार के जबड़े से खींच लेंगे।
इस अवसर पर इसीआरकेयू के कार्यकारी अध्यक्ष हरेंद्र सिंह, प्रफुल्ल यादव, चंदन कुमार, अरूणंजय कुमार ,पंकज कुमार, सतीश तिवारी ,शंभू कुमार, शशि कुमार ,अरविंद कुमार, नरेश यादव ,शंभू राम, विवेक कुमार, नवल किशोर सिंह, संगठन सचिव संजीव पांडेय, मुकेश यादव, उपाध्यक्ष राजेश कुमार, संजय मंडल, सत्येन्द्र सिंह, धनंजय कुमार, बीके सिंह, अजीत सिंह, अखिलेश कुमार, शंभू शरण कुमार सहित कई अन्य रेल कर्मी मौजूद थे