भगवान धन्वंतरि आरोग्य के अधिष्ठाता हैं -डा. विनोद कुमार यादव
भाटपार रानी देवरिया। विधानसभा भाटपार रानी में स्थित 50 शैय्या एकीकृत आयुष चिकित्सालय खामपार में धन्वंतरि जयंती हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया, जिसमें चिकित्सा अधीक्षक डा.विनोद कुमार यादव ने दीप प्रज्वलित कर भगवान धन्वंतरि जी को पुष्पांजलि अर्पित कर आमजन के सुखी जीवन निरोगी काया और सुखद और उज्जवल भविष्य की कामना किये। उन्होंने सम्बोधित करते हुए कहा कि -भगवान धन्वंतरि का प्राकट्य पर्व धनतेरस सदियों से कार्तिक मास के त्रयोदशी तिथि को मनाया जाता है।श्री धन्वन्तरि हिन्दू मान्यता के अनुसार ये भगवान विष्णु के अवतार हैं जिन्होंने आयुर्वेद प्रवर्तन किया। इनका पृथ्वी लोक में अवतरण समुद्र मन्थन के समय हुआ था। शरद पूर्णिमा को चन्द्रमा, कार्तिक द्वादशी को कामधेनु गाय,त्रयोदशी को धन्वन्तरि चतुर्दशी को काली माता और अमावस्या को भगवती महालक्ष्मी जी का सागर से प्रादुर्भाव हुआ था। इसीलिये दीपावली के दो दिन पूर्व धनतेरस को भगवान धन्वन्तरि का अवतरण धनतेरस के रूप में मनाया जाता है।
धन्वंतरि राजा विक्रमादित्य के दरबार में आयुर्वेद के चिकित्सक थे। 'रोग निदान' और 'वैद्य चिंतामणि' भगवान धन्वंतरि की प्रसिद्ध पुस्तकें हैं। दिवोदास धन्वंतरि ने आयुर्वेद में बहुत बड़ा योगदान दिया है। हालांकि उन्होंने कोई आयुर्वेदिक ग्रंथ नहीं लिखा है, लेकिन उनकी शिक्षाओं को सुश्रुत-संहिता के माध्यम से देखा जा सकता है।
आयुर्वेद चिकित्सा विधि से सुश्रुत और चरक सरीखे दुनिया में लाखों चिकित्सक भगवान धन्वंतरि की दी हुई चिकित्सकीय इल्म से इलाज कर सुखी जीवन निरोगी काया को चरितार्थ कर रहे हैं।
उक्त अवसर पर डा.मनीष चन्द मलिक,डा.आशुतोष सिंह,डा. मुहम्मद अनीश,डा.आनन्द चौहान,डा.सत्येन्द्र, पंचकर्म टेक्नीशियन राकेश यादव, फिजियोथैरेपिस्ट धर्मनाथ सिंह,स्टाफ नर्स अंजलि गौतम, ज्योति चौहान, सीमा यादव,लैब टेक्नीशियन प्रियंका यादव, रजिस्ट्रेशन क्लर्क सुनीता देवी,योगा प्रशिक्षक विरेन्द्र कुमार,मसाजर पिन्टू कुमार,अनिल कुमार,मिडवाइफ प्रियंका व सुनीता, फार्मासिस्ट महेंद्र पाल,पंकज पटेल,वार्ड बॉय अमित कुमार,सोनू भारती, स्टोर-कीपर आनन्द पाल,आकाश,विजय, चन्द्र भूषण,दिलीप,एवं कर्मचारी व क्षेत्र के जनता की उपस्थिति रही।